मेरा परिवार निबंध

मेरा परिवार पर निबंध My family essay in Hindi

परिवार एक व्यक्ति के जीवन का एक अभिन्न अंग होता है और यह सूत्र पूरी ज़िन्दगी यूँही बनी रहती है। आपके पास एक छोटा परिवार  हो या बड़ा, ज़िन्दगी भर आपके साथ हर मोड़ पर खड़ी रहती है। बच्चो  के लिए पहला स्कूल उसका परिवार होता है, जहाँ व्यक्ति ज़िन्दगी के विभिन्न अध्याय को सीखता है। हमारी संस्कृति और पहचान के बारे में मूल ज्ञान, हमारे परिवार से ही आता है। सभी अच्छी आदते और शिष्टाचार हमे अपने परिवार से मिलते है। अपने आपको भाग्य शाली मानती हूँ कि मैंने इतने प्यारे परिवार में जन्म लिया। हम अपने परिवार की परछाई है, इसके कारण परिवार तह उम्र दुःख सुख में हमारे साथ चटान की भाँती खड़े हो जाते है।

दशकों पूर्व संयुक्त परिवारों में ज़्यादातर लोग रहते थे। लेकिन जीवन की व्यस्तता में बच्चे पढ़ने के लिए विदेश जाते है, नौकरी करते है और शादी करके अलग परिवार बसा लेते है। इसलिए कहना गलत नहीं होगा, लोग आजकल छोटे- छोटे परिवारों विभाजित हो गए है। बचपन से हम अपने माता पिता के उसलू को मानकर, ज़िन्दगी के मार्ग पर चलना सिखाया जाता है। एक अच्छे परिवार में जन्म लेना आशीर्वाद जैसा होता है। मेरे घर में मैं और मेरे माता-पिता रहते है।

माता -पिता के संस्कारो के कारण मैं एक सभ्य, खुशहाल और सुखद जीवन जी रही हूँ। मनुष्य एक समाजिक प्राणी है जो अपने परिवार के बैगर नहीं रह सकता है। ज़िन्दगी में हर कोई साथ छोड़ दे, लेकिन परिवार आखरी वक़्त तक आपका साथ देता है। गर्मियों की छुट्टियों में मैं जब दादा-दादी के घर जाती थी, तो मुझे इतना सुकून, प्रेम और लाड प्यार मिलता था, जिसे ब्यान कर पाना मेरे लिए काफी मुश्किल है।

घर परिवार से अधिक और कोई मेहफ़ूज़ जगह व्यक्ति के लिए नहीं हो सकती है। घर में मेरी माँ ने शिक्षिका बनकर मुझे पढ़ाया है, चाहे वह स्कूल की पढ़ाई हो, या कॉलेज की, या जिन्दगी के उतार चढ़ाव की। माँ ने ज़िन्दगी के हर क्षेत्र के पहलुओं से मुझे रूबरू करवाया, वहीँ पिताजी ने मुझे मुश्किलों से लड़ना सिखाया। ज़िन्दगी के हार और जीत दोनों की कहानियां मुझे सुनाई। दोनों पहलुओं में अपना ही अलग स्वाद है और इसे हमे अपने ज़िन्दगी में कैसा जीना है, वह भी मुझे समझाया गया। 

दादी द्वारा सुनाई गयी कहानियां मुझे आज भी याद है और सोचकर आँखें भर आती है। मेरे और मेरे चचेरे भाई बहन एक ही आंगन में खेलते थे। ऐसी कीमती यादें दिल के संदूक में अभी भी बंद है। व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक विकास के लिए परिवार उत्तरदायित्व है। व्यक्ति अगर अच्छे कार्य करे, तो परिवार की सराहना की जाती है। अगर दुर्भाग्यवश व्यक्ति से गलती हो जाए तो परिवार को जिम्मेदार ठहराया जाता है।

परिवार व्यक्ति के जीवन में आशीर्वाद से कम नहीं है, जो कभी- कभी कुछ व्यक्ति को परिवार जैसा जीवन भर का उपहार नसीब नहीं होता है। कुछ लोग परिवार की महत्वता को समझ नहीं पाते है इसलिए कुछ लोग परिवार से दूर अपने दोस्तों से साथ समय बिताते हैं। दोस्तों को एहमियत देनी चाहिए, लेकिन परिवार व्यक्ति के जीवन में सर्वोच्च होता है। परिवार और परिवार के सदस्यों की कदर हमेशा व्यक्ति को करनी चाहिए। परिवार में सभी प्रकार के उत्सव धूम -धाम से मनाये जाते है, चाहे वह जन्मदिन से लेकर दीपावली तक क्यों ना हो। परिवार के प्यार का रंग उत्सव को खुशियों से भर देता है और त्यौहार में चार चाँद लगा देता है। उत्सव में कई प्रकार के उपहार मिलते है, जो सारी ज़िन्दगी हम उसे संजोह कर रखते है।

परिवार आवश्यक हैं क्योंकि वे हमारी जिन्दगी के हर क्षेत्र में हमारी मदद करते हैं। हमें एक व्यक्तिगत पहचान के साथ एक पूर्ण व्यक्ति बनाने में और हमारी व्यक्तितत्व को विकसित करने के पीछे परिवार का हाथ होता हैं। इसके अलावा, वे हमें सुरक्षा प्रदान करते है। एक छोटे अंकुरित बीज से बड़े पेड़ की तरह हमारे जीवन को विकसित परिवार ने किया है। परिवार की नीव जितनी मज़बूत होगी, उतनी ही  हम ज़िन्दगी में किसी प्रकार की मुश्किल को झेल सकते है। कोई भी आंधी परिवार रूपी जड़ो को हिला नहीं सकती है। जो लोग अपने परिवार के साथ रहते हैं, अधिक खुश रहते हैं। परिवार मुसीबत के समय हमें बचाने के लिए चट्टान की तरह खड़े हो जाते है।

परिवार वह होता है, जो आप पर पूरा विश्वास करते हैं, जब पूरी दुनिया आप पर संदेह करती है। एक सकारात्मक और प्यार- भरे परिवार का होना एक सच्चा आशीर्वाद है। ज़िन्दगी के हर लड़ाई में आपको परिवार कभी अकेला नहीं छोड़ता है। जिस व्यक्ति के पास परिवार नहीं है, उसे उस दर्द का पता होता है। मेरे परिवार के सदस्य मेरी ताकत और मेरी जीवन भर की पूंजी है।

मेरी माँ मेरी अंदरूनी शक्ति है क्योंकि मैं अपनी ज़िन्दगी में सबसे ज़्यादा भरोसा अपने माँ पर करती हूँ। जब मुझे रोने के लिए कंधे की जरूरत होती है, तब माँ हमेशा मेरे पास होती है। मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी दोस्त है। मैं अपनी माँ से हर प्रकार की बातें कर सकती हूँ और वह मेरी मन की शंकाओं को दूर कर देती है। पिताजी मेरे तक किसी भी परेशानी को आने नहीं देते है। मैं अपने परिवार के बैगर अधूरी हूँ।

परिवार के सदस्यों के साथ हमारा भावनात्मक आदान- प्रदान होता है। एक सभ्य परिवार समाज और देश को प्रगति और खुशहाली प्रदान करता है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवार की एहमियत होती है। जब वह किसी कार्य के लिए परिवार से दूर रहता है, तब उसे परिवार की बेहद याद आती है। ज़िन्दगी के छोटे बड़े खुशियों को परिवार हमारे लिए और भी ख़ास बना देती है।

निष्कर्ष

मैं अपने परिवार से बेहद प्यार करती हूँ। मैं कहती हूँ सही माईनो में परिवार से बढ़कर ज़िन्दगी में और कुछ नहीं होता है। एक आदर्श परिवार एक आदर्श समाज को जन्म देता है। मैं अपने आपको भाग्यशाली मानती हूँ कि मैंने ऐसे परिवार में जन्म लिया। परिवार एक माला जैसा प्रतीत होता है और परिवार के सदस्य मोतियों की तरह होते है। जिस प्रकार सारे मोतियों को  पिरोकर माला बनाई जाती है, उसी प्रकार परिवार के सदस्य भी भावनातमक तौर पर एक दूसरे से जुड़ कर परिवार का गठन करते है।

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