बारिश का दिन पर निबंध / Rainy Day Essay in Hindi

बारिश का दिन पर निबंध / Rainy Day Essay in Hindi

प्रस्तावना बारिश का मौसम सब लोगो का मन मोह लेती है। गर्मी की वजह से अक्सर मनुष्य और अन्य प्राणी परेशान हो जाते है। सूरज की तेज़ किरणों की वजह से मनुष्य बेहाल रहते है।  दफ्तरों में काम करते समय सभी लोग तपती धूप से बचने के लिए  छाते का इस्तेमाल करते है। लेकिन फिर भी राहत नहीं मिलती। प्रदूषण और लगातार भूमंडलीय ऊष्मीकरण यानी ग्लोबल वार्मिंग की वजह से तापमान भी बहुत अधिक बढ़ जाता है।  गर्मियों में खासकर यह देखने को मिलता है। जैसे ही वर्षा के बादल छा जाते है , लोगो में सुकून सा छा जाता है। वर्षा के आने का आभास हो जाता है जब लोग काले बादलो को देखते है।

वर्षा का इंतज़ार किसान करता है ताकि उसके फसलों को पानी मिल सके। वर्षा अगर देर से आये तो  सभी लोगो का मन बैठ सा जाता है।  वर्षा के आने का इंतज़ार सभी लोग बेसब्री से इंतज़ार करते है। जब वर्षा की फुहारे जुलाई महीने में आरम्भ हो जाती है तो सभी लोग राहत की सांस लेते है।गर्मियों में लोग अनावृष्टि से परेशान रहते है।  सूखे की वजह से फसले बर्बाद हो जाती  है और लोगो को परेशानियां झेलनी पड़ती है। पानी की एक बूँद के लिए लोग छटपटा जाते है।  ऐसे में वर्षा लोगो को राहत की सांस देता है और उनके इन समस्याओं को दूर करता है।

अत्यधिक और प्रचंड गर्मी की वजह से नदियाँ , तालाब सब सूख जाते है। जुलाई के महीने  में  मैं जब कॉलेज से वापस आ रही थी और बारिश शुरू हो गयी। वह बरसात का पहला दिन था। बारिश की छींटे जैसे ही पड़ी।  मैंने पहले बारिश का आनंद भीग कर लिया।

जब बरसात अधिक तेज़ हो गयी तो मैं अपने सहेली के वहाँ रुक गयी। बरसात को देखकर मैं इतनी उत्साहित हो गयी कि मैंने बारिश की एक अच्छी  वीडियो बना ली। पहली बरसात का आनंद कुछ अलग ही होता है। मेरे घर के आस पास कई बच्चो को मैंने बरसात का आनंद लेते हुए देखती हूँ।

जब मैं घर पहुंची तो माँ ने हमारे लिए गरमा गरम समोसे बनाये थे।  जैसे ही हमने समोसे खाये तो पापा घर पर जलेबी लेकर आये।बरसात के दिनों में मैं अपने सहेलियों  के साथ बारिश में भीगती हूँ।  सभी आसपास के लोग बरसात की ठंडी ठंडी हवा का लुफ्त उठाते है।

मम्मी हमें बारिश में ज़्यादा भीगने से मना कर रही थी लेकिन हमने उनकी एक भी बात ना सुनी। लेकिन हम सभी ने खूब नहाया और मौसम के पहली बारिश का आनंद लिया।बरसात के मौसम में सबके थैले या बैग में एक ज़रूरी चीज़ होता है जो लोग हमेशा अपने पास रखते है , वह है छतरी।

जब छोटे छोटे जगहों पर पानी भर जाता है , तो बच्चे वहाँ कागज़ के नाव बनाकर खेलते है।  बचपन में हर किसी ने नाव पानी में चलाई होगी।कुछ लोग बरसात का आनंद लेने के लिए अपने छतो पर जाकर खड़े हो जाते है।कभी कभी ज़्यादा वर्षा होने की वजह से गड्डो में पानी भर जाता है। कई शहरों में सड़को का बुरा हाल हो जाता है।  वर्षा के दिनों में ट्रैफिक जैम अक्सर देखने को मिलता है।  लोगो को एक जगह से दूसरे जगह यात्रा करने में मुश्किल होती है।

कई जगहों पर सड़के खराब होने की वजह से पानी हमारे घुटनो तक आ जाता है। कच्ची सड़को की हालत तो और अधिक बुरी हो जाती है। कई बार लोग वर्षा से बचने के लिए जल्दी में रहते है और कई बार लोग गड्डो में फिसल कर गिर जाते है।  कई तरह की दुर्घटनाएं भी हो जाती है अगर वर्षा रुकने का नाम ना ले तो।

जब वर्षा अतिरिक्त वर्षा होती है , तो सभी पशु पक्षी भाग कर यहां वहां अपनी जगह ढूंढ लेते है।जब कुछ समय पश्चात वर्षा बंद हो गयी ,  तब लोगो ने ठन्डे मौसम का सहारा लिया।

वर्षा आते ही वनो में मोर नाचते है।कई बार वर्षा के कारण बच्चे विद्यालय नहीं जा पाते है और घर पर ही अपने मित्रो के साथ मौसम का लुफ्त उठाते है। बारिश होने के बाद कभी कभी लोगो को इंद्रधनुष देखने का सौभाग्य मिलता है।सात रंगो से बना यह खूबसूरत इंद्रधनुष प्रकृति की सुंदरता का प्रतीक है। बंजर भूमि पर जैसे ही बारिश की बूंदे पड़ती है तो लोगो की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहता है ।

निष्कर्ष

वर्षा का पहला दिन सबके लिए खुशियों से भरा होता है। हमें ज़्यादा पेड़ पौधे लगाने चाहिए।  वृक्षारोपण अत्यंत ज़रूरी है। बारिश कृषि के लिए बहुत ज़रूरी है। बारिश गर्मियों के दिनों में  सुकून पहुंचाता है।  सर्दियों के दिन में एक दिन की बारिश लोगो की परेशानी बढ़ा देती है।

अपने दोस्तों को share करे:

Leave a Comment