समाचार पत्र पर निबंध
प्रस्तावना संचार के साधनो में सबसे महत्वपूर्ण साधन है समाचार पत्र। लोगो के दिन की शुरुआत समाचार पत्रों के हेडलाइंस से होती है। देश और दुनिया की ताज़ा खबरें रोज अखबारों में छपती है और लोग उसे पढ़ते है। अखबारों के बिना तो कुछ लोगो का मन ही नहीं लगता। भले ही आजकल लोग मोबाइल पर न्यूज़ अपडेट देख लेते है लेकिन समाचार पत्रों की अपनी विशेष जगह है। हिन्दुस्तान टाइम्स, टेलीग्राफ , नवभारत टाइम्स , अमर उजाला , दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर , दा टाइम्स ऑफ़ इंडिया इत्यादि लोकप्रिय समाचार पत्र लोग रोज पढ़ते है।
हमारे देश में सबसे अधिक लोग समाचार पत्र पर निर्भर रहते है। समाचारपत्र लोगो के घरो में हर रोज़ आते है। आम भाषा में समाचार पत्र को अखबार कहते है। समाचार पत्र हिंदी , अंग्रेजी और सभी राज्य भाषाओं में भारत में उपलब्ध है। जो भी व्यक्ति जिस भाषा को पढ़ समझ सकता है , उसी भाषा का अखबार खरीद लेता है। रेलवे स्टेशन हो या एयरपोर्ट हर जगह लोग यात्रा करते समय भी अखबार पढ़ते है। सबसे पहला समाचार पत्र जो देश में आया , उसका नाम गजट इंडिया था। १८ शताब्दी में हिंदी समाचार पत्र भी प्रकाशित होने लगा।
हमारे देश में समाचार पत्र सोलहवी सदी में आया। समाचार पत्र का आरम्भ दरअसल ब्रिटिश सरकार ने किया था। ब्रिटिश सरकार अपने शासनकाल में अपने अनुसार समाचार पत्र छपवाते थे। लेकिन लोगो को जागरूक करने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने भी समाचार पत्र प्रकाशित करवाया ।था । इससे लोगो में देशप्रेम की भावना जगी और स्वतंत्रता आंदोलन में सबने हिस्सा लिया था।
आज भी मीडिया रिपोर्टर्स यानी पत्रकार लोगो को किसी भी ज़रूरी मुद्दे के प्रति जागरूक करने के लिए समाचारपत्र का उपयोग करते है।लोगो को एक सूत्र में जोड़ने के लिए भी समाचारपत्र एक सशक्त माध्यम है।समाचार पत्र की वजह से कई लोगो को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए।
समाचार पत्रों में कई तरह की खबरें आती है जैसे दैनिक लोकल खबरें , व्यापार संबंधित , खेल संबंधित , फिल्मो से संबंधित , राजनीति संबंधित। इन सब ख़बरों को प्रकाशित करने के पीछे कई लोगो की मेहनत लगती है।पत्रकार हर दिन परिश्रम करते है ताकि हम लोगो तक सच्ची और ताज़ा खबरें पहुँच सके।
अखबार पढ़ने से लोगो को ज्ञान की प्राप्ति होती है। उनका ज्ञान हर क्षेत्र में बढ़ जाता है।समाचार पत्र कुछ दैनिक रूप से प्रकशित किये जाते है। कुछ समाचारपत्र साप्ताहिक होते है , कुछ मासकीय होते है जो महीने में एक बार आता है। कुछ आधे वर्ष या वर्ष में एक बार प्रकाशित होते है। समाचार पत्रों को पढ़ने की वजह से लोगो को ज्ञान मिलने के साथ भाषा ज्ञान भी मिलता है।
समाचारपत्र देश विदेश में हो रहे सभी घटनाओ से देशवासियों को सम्पूर्ण रूप से जोड़ता है। चाहे कोई बड़ा हादसा , प्राकृतिक विपदा इत्यादि सभी घटनाओ की सूचना समाचारपत्र देता है। समाचारपत्र में हर तरीके के खबर छपते है जिसे नौजवान से लेकर बुजुर्ग सभी पढ़ सकते है। आजकल विद्यार्थी किसी भी भाषा में अच्छी पकड़ प्राप्त करने के लिए समाचारपत्र पढ़ते है। अंग्रेजी भाषा ज्ञान को और अधिक बढ़ाने के लिए विद्यार्थी समाचार पत्र का अध्ययन करते है। विद्यालयों में अंग्रेजी और हिंदी के समाचार पत्र हमेशा उपलब्ध होते है।
पुराने समय में समाचार पत्र नहीं होते थे। उस ज़माने में लोग दैनिक देश विदेश के ज्ञान से वंचित रह जाते थे।समाचार पत्रों से लोगो के दृष्टिकोण में परिवर्तन आता है। लोगो में नए सोच का संचार होता है।
समाचारपत्रों में आपका दिन कैसा जाएगा यानी भविष्यवाणी भी पढ़ने को मिल जाती है।आजकल नौकरी के इश्तेहार अखबारों में छपते है। इससे लोगो को विभिन्न तरह की नौकरी की जानकारी मिलती है। कब कहाँ कौन से दफ्तर में इंटरव्यू देना है। उसकी जानकारी मिलती है।
समाचार पत्रों में आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों और हर तरह के घटनाओ को शामिल किया जाता है। इसलिए पाठक हर तरह के खबरें पढ़ता है। समाचार पत्रों में जरुरी चीज़ो के विज्ञापन दिए जाते है। कई बड़े व्यापारी अपने उत्पादों को बेचने के लिए और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए अखबारों का सहारा लेते है। समाचारपत्र अंतराष्ट्रीय खबरें भी छापता है। हर क्षेत्र विज्ञान और तकनीक , शिक्षा , उत्सवों इत्यादि क्षेत्रों से जुड़ी खबरें समाचार पत्रों में देखने और पढ़ने को मिल जाती है।
निष्कर्ष
हर तरह की घटनाओ को समाचारपत्र देश के कोने कोने तक पहुंचाता है। जीवन समाचारपत्रों के बिना बेरंग सा लगता है। सवेरे होते ही सबसे पहले लोगो की नज़र अखबारों पर पड़ती है। समाचारपत्र पढ़ने की आदत सभी लोगो के लिए बहुत अच्छी और लाभदायक होती है।