गणेश चतुर्थी पर निबंध

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गणेश चतुर्थी पर निबंध
Hindi Essay on Ganesh Chaturthi

गणेश चतुर्थी पर्व हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है, यह भारत के विभिन्न प्रान्तों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। किंतु महाराष्ट्र में बहुत ही धूमधाम से इस त्योहार को मनाया जाता है पुराणों के अनुसार इस दिन प्रथम पूजनीय श्री गणेश जी का जन्म हुआ था। कहीं कहीं छोटी – छोटी तो कही बड़ी – बड़ी प्रतिमाओं को स्थापित किया जाता है, और इस प्रतिमा की उपासना कहीं कहीं 7 दिन के लिए तो कहीं 9 दीन के लिए की जाती है, परंतु 10 दिन तक गणेश जी स्थापित किया जाता है। और बड़े धूमधाम से इनकी पूजा अर्चना की जाती है।

गणेश चतुर्थी के दिन का महत्व:- गणेश चतुर्थी के दिन सभी स्कूल , कालेज ओर सरकारी कार्यलयों बन्द रहते है क्युकी इस दिन गणेश जी की उपासना की जाती है। इस दिन सभी भक्तगण गणेश जी की आरती गाते है। भगवान श्री गणेश जी को मोदक ओर लड्डू का भोग लगाया जाता है। क्योंकि मोदक ओर लड्डू गणेश जी को अति प्रिय है।

गणेश चतुर्थी का महाराष्ट्र में महत्व:– गणेश चतुर्थी का सबसे अधिक भव्य और बड़े पैमाने में महाराष्ट्र राज्य में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। क्योंकि सबसे पहले छत्रपती शिवाजी महाराज ने उसकी शुरुआत की थी, गणेश चतुर्थी को सबसे अधिक ओर जबरदस्त तरीके से महाराष्ट्र और भारत के सभी राज्यो में मनाया जाता है।

गणेश जी के अन्य नाम से भी जाना जाता है :- वैसे तो गणेश जी 108 नाम है। परंतु हम यहाँ 108 नाम का उल्लेख नही कर सकते है। क्योंकि बहुत सारे नाम है। उनके मुख्य 12 नामों का हम उल्लेख कर रहे है, गणेश जी के 12 नाम इस प्रकार है। इन 12 नामों का नारद पुराण में उल्लेख मिलता है। गणेश जी को मुख्य रूप से, सुमुख, एकदन्त, कपिल, गजकर्ण, लम्बोदर, विकट, विघ्ननाशक, विनायक, धूमकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन, आदि नमो से भी पुकारा जाता है।

गणेश चतुर्थी पूजाविधि: गणेश चतुर्थी के दिन सुबह-सुबह ही सबसे पहले नहाकर लाल वस्त्र पहनें जाते है। क्योंकि लाल वस्त्र भगवान गणेश जी को अधिक प्रिय लगते है। पूजा के दौरान श्री गणेश जी का मुख उत्तर या पूर्व दिशा में रखा जाता है। सबसे पहले पंचामृत से गणेश जी का अभिषेख किया जाता है।

पंचामृत में सबसे पहले दूध से गणेश जी का अभिषेख किया जाता है। उसके बाद दही से फिर घी से शहद से ओर अंत मे गंगाजल से अभिषेक किया जाता है। गणेश जी पर रोली ओर कलावा चढ़ाया जाता है। सिंदूर गणेश जो को बहुत अधिक प्रिय  है। इसलिय उनको सिंदूर चढ़ाया जाता है।

रिद्धि – सिद्धि के रूप में दो सुपारी ओर पान चढ़ाया जाते है। इसके बाद फल पिला कनेर ओर दुब फूल चढ़ाया जाता है। उसके बाद गणेश जी की मनपसंद मिठाई मोदक ओर लड्डू चढ़ाया जाता है। भोग चढ़ाने के बाद सभी परिवारजनों द्वारा मिलकर गणेश जी की आरती गाई जाती है।श्री गणेश जी के 12 नामों का ओर उनके मन्त्रो का उच्चारण किया जाता है।

शिवजी द्वारा गणेश जी को वरदान: शिवजी ने गणेश जी को आशीर्वाद देते हुए कहा था। कि जब भी पृथ्वी पर किसी भी नए ओर अच्छे कार्य की शुरुआत की जाए तो वहाँ पर सबसे पहले गणेश जी का नाम लिया जाएगा। और गणेश जी की आराधना करने वाले व्यक्ति के सभी दुखदुर हो जाएंगे । इसी वजह से हम भर्तीय कोइ भी अच्छा कार्य करने से पहले गणेश जी की उपासना जरूर करते है। चाहे वह विवाह, नए व्यपार, नया घर प्रवेश, कोई भी कार्य हो उसमे गणेश जी की पूजा पहले की जाती है। माना जाता है कि गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्रमा को देखना अशुभ होता है। जो भी चन्द्रमा को गणेश चतुर्थी के दिन दर्शन करता है तो उस दिन उसपे चोरी का आरोप लगता है।

उपसंहार: गणेश चतुर्थी के दिन गणेश भगवान को अपने घर मे लाकर घर की समस्याओं और कष्टों को दूर किया जाता है। गणेश भगवान द्वारा गणेश चतुर्थी महाराष्ट राज्य के लोगो का सबसे अधिक पसंदीदा ओर प्रमुख त्योहार होता है। यह दिन बहुत ही पवित्र होता है। इसलिए इस त्योहार को बड़े बड़े अभिनेताओं द्वारा भी मनाया जाता है । जिस प्रकार हम सभी गणेश जी उपासना करते है। उसी प्रकार उनके गुणो की भी उपासना करना चाहिए जो कि बल, बुद्धि ओर धर्य,पर आधारित है जिसे हम मनुष्यो को भी धारण करना चाहिए।

गणेश चतुर्थी पर निबंध 500 शब्द।

भारत एक ऐसा देश है, जहां विभिन्न प्रकार के त्योहार मनाए जाते हैं। इन त्योहारों को देश के हर निवासी द्वारा अपने रीति रिवाजों अथवा नियमों के साथ मनाया जाता है। इसी प्रकार साल भर में आने वाले गणेश चतुर्थी के त्योहार को भी बड़े उत्साह से मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं गणेश चतुर्थी क्यों तथा कब मनाई जाती है।

इन सभी सवालों के जवाब आपको आज हमारे लेख के माध्यम से अवश्य मिलेंगे। आज हम अपने आर्टिकल के जरिए आपको गणेश चतुर्थी के पर्व पर निबंध प्रस्तुत करने वाले हैं। जिसके जरिए आपको इस त्योहार से संबंधित सभी जानकारियां अवश्य प्राप्त हो जाएंगी।

तो आइए जानते हैं, गणेश चतुर्थी पर निबंध….

प्रस्तावना: गणेश चतुर्थी हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है। जिसमें भगवान श्री गणेश का घर में स्वागत किया जाता है। भारत के विभिन्न प्रांतों में गणेश चतुर्थी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। विशेषकर महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी का उत्सव अत्यधिक जोश व उत्साह से मनाया जाता है। इस त्योहार पर गणेश जी की प्रतिमाओं की घर में स्थापना की जाती है। कहीं पर बड़ी प्रतिमा तो कहीं पर छोटी प्रतिमाओं को स्थापित किया जाता है।

गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है?

हिंदू धर्म में बनाए जाने वाले सभी त्योहार, किसी विशेष उद्देश्य से ही मनाए जाते हैं। सभी त्योहारों के पीछे पुरानी कथाओं तथा मान्यताओं का विशेष महत्व होता है। इसी के साथ पुराणों के अनुसार कहा जाता है कि गणेश चतुर्थी के प्रथम दिन भगवान श्री गणेश का जन्म हुआ था। जिसके चलते इन दिनों गणेश जी को एक सदस्य के रूप में अपने घर बुलाया जाता है। कई लोग गणेश की स्थापना 9 दिन के लिए करते हैं तो कई लोग गणेश जी की स्थापना 11 दिन के लिए करते हैं। अंतिम दिन गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन बड़ी धूमधाम से किया जाता है।

गणेश चतुर्थी कब मनाई जाती है?

हर साल गणेश उत्सव भाद्र माह (अगस्त और सितंबर) में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह पर्व श्री गणेश जी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। जो कि 11वें दिन का एक विशाल महोत्सव होता है। इसमें भगवान गणेश की पूजा में लाल चंदन, कपूर, नारियल, गुड़ और उनका प्रिय मोदक होता है। इसके साथ ही भक्तगण रोजाना गणपति जी के शुभ मंत्रों का उच्चारण करते हैं और गीत और आरती गाकर गणेश जी की पूजा करते हैं। 11वें दिन गणेश जी की प्रतिमा को विसर्जित कर दिया जाता है।

गणेश चतुर्थी पर विशेष उत्साह व आयोजन

गणेश चतुर्थी का त्योहार है एक ऐसा त्योहार है, जिसे बॉलिवुड के कई बड़े बड़े स्टारों तथा टीवी सीरियल्स के स्टारों द्वारा भी मनाया जाता है। इतना ही नहीं गणेश चतुर्थी के पर्व को मनाने के लिए बड़ी-बड़ी झांकियां की निकलती हैं। ढोल नगाड़ों के साथ लोग बड़ी धूम-धाम से नाचते हुए भगवान गणेश जी का आगमन करते हैं। इसके साथ ही नाचते गाते हुए भगवान गणेश जी को विदा भी करते हैं और उन्हें अगले साल आने दुबारा आने के लिए आमंत्रण भी देते हैं।

उपसंहार

गणेश चतुर्थी का पर्व छोटे से लेकर बड़े स्तर तक मनाया जाता है। जिसमें सभी स्तर के लोग शामिल होते हैं। भारत के विभिन्न राज्यों में यह अलग-अलग प्रकार से मनाया जाता है। जिसमें मुख्य रुप से भगवान गणेश जी की आराधना शामिल होती है। घरों से लेकर मंदिरों तक गणेश चतुर्थी की धूम होती है। जिसमें लोग गुलाल तथा फूलों की बरसात से भगवान गणेश को मनाते हैं।

गणेश चतुर्थी पर 10 लाइनें

  1. गणेश चतुर्थी मुख्य रूप से हिंदूओं का त्यौहार है।
  2. गणेश उत्सव भाद्र माह (अगस्त और सितंबर) में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है।
  3. यह त्यौहार श्री गणेश जी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है।
  4. गणेश चतुर्थी 11 दिन का एक विशाल महोत्सव होता है।
  5. गणेश चतुर्थी का उत्सव सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जाता है।
  6. गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों और मंदिरों में गणेश भगवान की प्रतिमा को स्थापित करते हैं।
  7. भगवान गणेश की पूजा में लाल चंदन, कपूर, नारियल, गुड़ और उनका प्रिय मोदक होता है।
  8. लोग रोजाना मंत्रों का उच्चारण करते हैं और गीत और आरती गाकर गणेश जी की पूजा करते हैं।
  9. पूरे 10 दिनों की पूजा के बाद 11वें दिन गणेश महाराज की प्रतिमाम को विसर्जित कर दिया जाता है।
  10. बड़े-बड़े बॉलीवुड स्टार भी गणेश उत्सव में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।

गणेश भगवान के 12 नाम

  1. सुमुख
  2. एकदंत
  3. कपिल
  4. गजकर्ण
  5. लंबोदर
  6. विकट
  7. विघ्नविनाशक
  8. विनायक
  9. धूमकेतू
  10. गणाध्यक्ष
  11. भालचन्द्र
  12. गजानन

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