सोशल मीडिया की लत पर निबंध

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आज हम अपने आर्टिकल के जरिए वर्तमान समय के बेहद ज्वलंतशील मुद्दे सोशल मीडिया की लत विषय पर निबंध लेकर आएं हैं। तो आइए जानते हैं.”सोशल मीडिया की लत” विषय पर निबंध…

प्रस्तावना

सोशल मीडिया आज के समय में बहुत तेजी से प्रसारित हो रहा है। बच्चे हो या बूढ़े हर कोई सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ है। सोशल मीडिया के जरिए लोग आपस में बातें करते हैं, संबंध बनाते हैं लेकिन इसी के साथ वह अपने निजी रिश्तों को खोते जा रहे हैं। यूं तो सोशल मीडिया के जरिए कई लोगों के जीवन में खुशहाली आती है लेकिन इसी के साथ वैज्ञानिकों के अनुसार, किशोरों द्वारा सोशल मीडिया का प्रयोग उसी प्रकार के उत्तेजना का सृजन कर रहा है जैसा अन्य एडिक्शन व्यवहारों से होता है।

सोशल मीडिया का उद्देश्य

सोशल मीडिया तकनीक प्रणाली का एक ऐसा आविष्कार है, जो हमें समाज के विभिन्न वर्गों से जोड़ता है। सोशल मीडिया का आविष्कार दूर बैठे लोगों को जोड़ने, अपनी समस्या का समाधान प्राप्त करने आदि सुविधाओं के लिए किया गया है। आज इसी सोशल मीडिया के जरिए दुनियाभर की जानकारी घर बैठे प्राप्त हो जाती है, लेकिन सोशल मीडिया का असर समाज पर कुछ इस प्रकार हुआ है कि हर कोई अब फोन में नजरे गड़ाए रहता है। हालांकि सोशल मीडिया हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुकी है, लेकिन इसका उद्देश्य केवल मानव जाति के कामों को सरल व सुविधाजनक बनाना रहा है।

सोशल मीडिया की लत

दरअसल आज के युवा, बच्चे और बुजुर्ग सभी इस सोशल मीडिया की दुनिया को ही असल दुनिया समझ बैठे हैं। जो कुछ भी सोशल मीडिया पर दिखाया जाता है जरूरी नहीं है कि वह सब सही हो। लेकिन आजकल सोशल मीडिया पर मिलती खुशियां ही लोगों को असल खुशी लगती है। यही कारण है कि लोग पल पल की अपनी खबर तस्वीरों के साथ सांझा करते हैं, वहीं कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए गलत भ्रांतियां भी समाज में फैलते हैं। जिसका नकरात्मक प्रभाव बच्चो और युवाओं में सबसे ज्यादा देखा जाता है। आज बच्चे किताबी ज्ञान से दूर होकर सोशल मीडिया की दुनिया में जाना चाहते हैं जो कि समाज के लिए बेहद चिंता का विषय है।

सोशल मीडिया की लत से छुटकारा

आज समाज में सोशल मीडिया का प्रयोग और प्रभाव इस प्रकार फैल गया है कि इसकी लत को कम करना काफी मुश्किल सा लगने लगा है। कोई भी चंद घंटे सोशल मीडिया से दूर नहीं होना चाहता, ऐसे में सोशल मीडिया की लत से निदान मिलना इतना आसान नहीं है। लेकिन फिर भी माता पिता और वयस्कों को इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

  1. 5-6 वर्ष तक के बच्चों को फोन से दूर रखना चाहिए।
  2. युवाओं को यह समझना चाहिए कि वह सोशल मीडिया पर मिलने वाले लाइक, कॉमेंट्स और सब्सक्राइब के पीछे अपनी जान दांव पर ना लगाएं।
  3. सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने से ज्यादा आपको पढ़ाई और आपका लक्ष्य जरूरी है इस बात का विशेष ख्याल रखें।
  4. मोबाइल का इस्तेमाल करते समय हर 20-30 मिनट के बाद खुद को मोबाइल से दूर करें और ब्रेक लें।
  5. किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी सोशल मीडिया के साथ ना जोड़े और अपनी निजी बातों को उसके साथ शेयर ना करे।
  6. अपने सोशल मीडिया अकाउंट को सुरक्षित व सुनिश्चित करें।
  7. सोशल मीडिया का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करें।
  8. साथ ही माता पिता की यह विशेष जिम्मेदारी है कि वह अपने बच्चों को सोशल मीडिया और फोन की लत से दूर रखने का प्रयास करें।

उपसंहार

यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि वर्तमान समय में सोशल मीडिया की लोकप्रियता, उपयोगिता चरम सीमा पर है। आज कई ऐसे उदाहरण देखने को मिलते हैं जिनके जरिए यह दिखता है कि वास्तव में सोशल मीडिया ने लोगों को अभिव्यक्ति का एक सीधा मौका दिया है। लेकिन यह भी नहीं भूलना चाहिए कि किसी भी चीज की अति बुरी होती है। इसलिए सोशल मीडिया को अपने जीवन के उस स्तर तक मौजूद रखें जहां तक आपको किसी प्रकार की निजी तकलीफ ना हो।

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