दयालुता पर निबंध

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प्रत्येक मनुष्य को यह सिखाया जाता है कि उसके अंदर दयालुता का भाव अवश्य होना चाहिए। क्योंकि एक दयालु व्यक्ति एक महान व्यक्ति कहलाता है। क्या आप दयालुता के विषय में जानते हैं? आज हम आपको दयालुता विषय पर निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं। जिसके अंतर्गत आपको दयालुता के विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी।

आइए जानते हैं “दयालुता” विषय पर निबंध…

प्रस्तावना

दयालुता मानव का एक ऐसा व्यावहारिक गुण है, जिसके भाव से मनुष्य को बेहद खुशी मिलती है। यदि एक मनुष्य दूसरे मनुष्य किसी भी जीवित प्राणी के प्रति दयालुता दिखाता है तो वह ईश्वर की नजर में एक नेक व्यक्ति कहलाता है। दया एक ऐसा गुण है जो हमें ईश्वर की ओर ले जाता है। इसके साथ ही दया के गुण से व्यक्ति का आंतरिक सौंदर्य निखरता है।

दयालुता व्यक्ति की है महान विशेषता

वर्तमान समय में जीवन की प्रतिस्पर्धा में लोग आगे बढ़ रहे हैं जिसके साथ ही उन्हें दयालुता का भाव अब अधिक लाभकारी नहीं लगता है। बेशक दयालुता का भाव मनुष्य को धन दौलत नहीं देता लेकिन व्यक्ति की महान विशेषता दयालुता के गुण में पाई जाती है। यदि आप किसी व्यक्ति के प्रति दयालुता का भाव प्रदर्शित करते हैं तो उस व्यक्ति के चेहरे पर जो मुस्कान आती है साथ ही उस व्यक्ति को जो तस्सली प्राप्त होती है, उससे आपको एक आनंद की प्राप्ति होगी। एक अच्छा मनुष्य बनने के लिए आपको दयालुता का भाव अपने व्यवहार में लाना महत्वपूर्ण माना गया है।

दयालुता का लाभ

दयालुता एक मानवीय गुण है, जो कि विशेष रूप से एक प्राणी के अंदर दूसरे प्राणी के लिए पाया जाता है। दयालुता उस भाव को कहते हैं जिसके अन्तर्गत व्यक्ति बिना किसी स्वार्थ के सामने वाले प्राणी पर दया प्रकट करता है। अर्थात उसकी स्थिति को देखते हुए उसकी मदद करता है तथा इसके साथ ही दयनीय स्थिति को समझने का प्रयास करता है।

भगवान हमें हर पल देखता है, हम जिस घड़ी जिस प्राणी पर दया का भाव करेंगे ईश्वर हमें हर जगह देख लेगा। हमारी दयालुता के गुण से प्रसन्न होकर निश्चित रूप से ईश्वर हमें निष्पक्ष लाभ प्रदान करेगा।

जानवरों के प्रति दयालुता

मनुष्य के लिए ही नहीं अपितु प्रत्येक व्यक्ति को जानवरों के प्रति भी दयालुता दिखानी चाहिए। हमें सड़क पर दिखने वाले जानवरों के प्रति दयालु होना चाहिए। बेवजह सड़कों पर मौजूद कुत्तों को पत्थर मारने वाले मनुष्य क्रूर और निर्दयी कहलाते हैं।
हमें लावारिस कुत्तों बिल्लियों को खाना खिलाना चाहिए और उन्हें यदि चोट लगी हो यथासंभव उनकी मदद करनी चाहिए। कभी भी सड़क पर कुत्तों को नहीं मारना चाहिए। इसके साथ ही पशु पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। पशु पक्षियों तथा जानवरों की मदद करके आप स्वयं में भी एक उत्तम भाव महसूस करेंगे।

निष्कर्ष

जो लोग धर्मार्थ कार्य करते हैं और विभिन्न लोगों की उनके बड़े और छोटे कार्यों में मदद करते हैं वे उन लोगों से ज्यादा खुश रहते हैं जो केवल खुद के लिए काम करते हैं।

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