बच्चो से लेकर व्यस्क लोगो को भी फास्ट फूड खाना पसंद है। यह स्वादिष्ट होता है और बाज़ारो में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। नियमित जंक फूड खाने से लोगो की तबियत खराब हो सकती है।बच्चो से लेकर व्यस्क लोगो को भी फास्ट फूड खाना पसंद है। यह स्वादिष्ट होता है और बाज़ारो में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। जंक फूड खाने से लोगो की तबियत खराब हो सकती है। जब देखो बच्चे भी अपने माता पिता से जंक फूड की मांग करते है। बच्चो को स्वादिष्ट पकवान खाना पसंद करते है। लगातार जंक फूड खाने से पाचन संबंधित दिक्कतें होती है। जंक फूड कमदाम में बाज़ारो में मिल जाता है। लोगो को आजकल पिज़्ज़ा , बर्गर , चाईनीस फूड , चिप्पस , फ्रेंच फ्राइज खाना ज़्यादा भा रहा है। कुछ लोग जंक फूड की खामियों से वाकिफ है और कुछ नहीं जानते है।बहुत सारे लोग जंक फ़ूड के दुष्परिणामों को जानकर भी उसे खा रहे है। जंक फूड नियमित खाने से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
जंक फूड में अत्यधिक वसा होती है जो सेहत के लिए अच्छी नहीं होती है। लोगो की पाचन शक्ति पर असर करता है। ज़्यादा चीज़ ( cheese ) वाले बर्गर और पिज़्ज़ा सेहत के लिए एकदम अच्छे नहीं होते है।जंक फूड में अधिक मात्रा में तेल और चीनी होता है जिससे लोग डायबिटीज जैसी बीमारी के शिकार बन सकते है। जंक फूड माना की वह स्वादिष्ट होता है मगर उसके बुरे प्रभावों को जानकर हमे इसे नहीं खाना चाहिए। जब हम ऐसे भोजन खाना बंद कर देंगे तो जंक फूड बिकना भी बंद हो जाएगा।
जंक फूड में स्वास्थ्य संबंधित अच्छे गुण नहीं होते है और शरीर को हानि पहुंचाते है। जंक फूड देखने में जितना आकर्षक होता है उतना ही यह मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है।जंक फूड का नाम पहले बार माइकेल जकोब्सन ने वर्ष १९७२ में रखा था। सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी जंक फूड काफी प्रसिद्ध है।
आजकल लोग अपने काम में काफी व्यस्त रहते है। वह दफ्तर इत्यादि कार्यो में इतने व्यस्त रहते है कि उन्हें खाना बनाने का वक़्त नहीं मिलता है।इसलिए वे जंक फूड खा लेते है। दफ्तर से आकर उन्हें खाना बनाने का झंझट नहीं चाहिए। वह घर बैठे या दफ्तर में जंक फूड जैसे पिज़्ज़ा , बर्गर इत्यादि का आर्डर दे देते है।
जंक फूड भारत का नहीं बल्कि पश्चिमी देशो की उपलब्धि है। लोग पश्चिमी सभ्यता को अपनाने में ज़्यादा रूचि रखते है और जंक फूड का सेवन करना शान समझते है। उन्हें इस बात का इल्म नहीं है कि भविष्य में जाकर यह किस तरह हमारे स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकता है।अत्यधिक जंक फूड खाने से शरीर में मोटापा आता है। जंक फूड खाने से शरीर में आलस आता है और ह्रदय, नींद संबंधित समस्याएं होती है।
कहा जाता है जंक फूड कई दिनों की रखी हुयी सब्ज़ियों का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। इसी वजह से जंक फूड शरीर पर बुरा असर डालता है।जंक फूड आजकल गली मोहल्ले में मिल जाता है। जगह जगह जंक फूड की स्टाल लग जाती है और लोग जंक फूड खाते हुए आपको दिख जाते है।
आजकल बड़े बड़े पार्टियों में जंक फूड मिलता है। लोग शादी और बर्थडे पार्टी में जंक फूड खाते हुए नज़र आते है।लोग अक्सर पिज़्ज़ा , नूडल्स , बर्गर , चिप्स , आइस क्रीम इत्यादि खाते हुए नज़र आते है। जंक फूड में हानिकारक वसा होता है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है।
जंक फूड में ज़रूरत से ज़्यादा नमक होता है जो शरीर के लिए सही नहीं होता है। इससे हमे हाइपर टेंशन और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां हो सकती है।हम घर में साफ़ तरीके से खाना बनाते है। लेकिन बाहर इन चीज़ो का ध्यान नहीं रखा जाता है। इसलिए कई दफा लोग जंक फूड खाने के पश्चात बीमार हो जाते है। अत्यधिक जंक फूड खाने से टाइफाइड और डायरिया जैसी बीमारियां होती है।
निष्कर्ष
जंक फूड बिलकुल लाभदायक नहीं होता है। इसमें पौष्टिक तत्व नहीं होते है और हमे ऐसे भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।स्वास्थ्य से बढ़कर जीवन में कोई चीज़ नहीं होती है। अगर हम स्वस्थ है तो हर कार्य सही रूप से कर सकते है। अच्छे स्वास्थ्य को बरक़रार रखने के लिए जंक फूड को टालना ज़रूरी है। एक स्वस्थ शरीर अच्छा सोच सकता है और बेहतर कार्य कर सकता है।