पक्षी की आत्मकथा
पक्षियों की जिन्दगी इतनी सरल नहीं होती है। आजादी सभी का जन्मसिद्ध अधिकार है। मैं
पक्षियों की जिन्दगी इतनी सरल नहीं होती है। आजादी सभी का जन्मसिद्ध अधिकार है। मैं
प्रस्तावना अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। अहंकार आज की प्रवृति नहीं है बल्कि
पर्यटन का तात्पर्य है , घूमना -फिरना। घूमने फिरने से हर स्थान , लोगो के
प्रस्तावना सूर्य , सौरमंडल का सबसे अधिक महत्वपूर्ण हिस्सा है। सूर्य के चारो ओर सभी
एक वक़्त था जब मनुष्य के लिए परिवार से बढ़कर कुछ नहीं होता था। वह
हर मनुष्य को पौष्टिक आहार की ज़रूरत होती है। जीवित रहने के लिए हर प्राणी
एक खनिज प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है, जो रासायनिक सूत्र द्वारा प्रस्तुत
प्रस्तावना सत्संगति का तात्पर्य है , अच्छे लोगो की संगती। मनुष्य के विचारधारा और कर्म
प्रस्तावना जैसा कि जन्मदिन साल में एक ही बार आता है। मेरा जन्मदिन हर साल
प्रस्तावना जल के बिना हम अपने जीवन की कल्पना तक नहीं कर सकते है। साफ़