मानव अधिकार पर निबंध, Hindi essay on Human Rights.
प्रस्तावना:- मानव अधिकार सभी अधिकारों का एक समूह है जो हर व्यक्ति को उसके लिंग, जाति ,पंथ, धर्म ,राष्ट्र ,स्थान या आर्थिक स्थिति की परवाह किए बिना दिया जाता है इन्हें नैतिक सिद्धांत भी कहा जाता है जो मानव व्यवहार की कुछ मानकों को स्पष्ट करते हैं कानून द्वारा सुरक्षित यह अधिकार हर जगह और हर समय लागू होते हैं मानव अधिकार हर प्राणी का हकदार है ,अधिकार ओर स्वतंत्रता के उदाहरण के रूप में जिनकी गणना की जाती है ।बुनियादी मानव अधिकारों में जीवन का अधिकार, निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार,
कई प्रकार के अधिकार है जो मानव का हक है।
मानव अधिकार की स्थापना
किसी भी इंसान को जीने के लिए स्वयं की आजादी प्रिय होती है। और हमारे भारत देश में उसे कुछ स्वतंत्रता दी जाती हैं। इस अधिकार को मानव अधिकार कहा जाता है। भारत में इसकी शुरुआत 28 सितंबर 1993 से मानव अधिकार कानून अमल में आया 12 अक्टूबर 1993 में सरकार ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का गठन किया
इसके साथ ही इंसानी अधिकार को एक पहचान देने के बावजूद अधिकारों की लड़ाई हमेशा से होती आ रही है,इन्ही लड़ाइयों को ताकत और मजबूत करने के लिए 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानव दिवस यानी युनिवर्सल ह्यूमन राइट्स डे मनाया जाता है।
मानव अधिकार के प्रकार
(1) जीवन का अधिकार.
(2) निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार.
(3) सक्षम न्यायाधिकरण स्वतंत्रता.
(4) व्यक्तिगत सुरक्षा का अधिकार.
(5) संपत्ति का अधिकार.
(6) शिक्षा का अधिकार.
(7) विवाह और परिवार का अधिकार.
(8) शांतिपूर्ण विधानसभा और संघ का अधिकार.
(9) राष्टीयता और इसे बदलने की स्वतंत्रता.
(10) भाषण देने की स्वतंत्रता.
(11) भेद भाव से स्वतंत्रता.
(12) विचारधारा की स्वतंत्रता.
(13) संघ और सूचना का अधिकार.
(14) धर्म,आंदोलन और अन्तरात्मा की स्वतंत्रता
इस प्रकार हमारे भारत देश में प्रत्येक व्यक्ति को कई प्रकार की स्वतंत्रता प्रदान की गई है और यह उसके मानव अधिकार है।
मानव अधिकारों पर कानून का हस्तक्षेप
हालांकि इन अधिकारों को कानून द्वारा संरक्षित किया गया है लेकिन फिर भी इसमें से कई अधिकारों का विभिन्न कारणों से लोगों का उल्लंघन किया जाता है इन अधिकारों में से कुछ का सरकार द्वारा भी उल्लंघन किया जाता है इसलिए सभी को एक बुनियादी अधिकारों का हक मिले इसलिए संयुक्त राष्ट्र की समितियों का गठन किया गया है इन अधिकारों की निगरानी और सुरक्षा के लिए विभिन्न देशों और कई गैर सरकारी संगठनों की सरकारे भी बनाई गई है ।यह संगठन इन अधिकारों की सुरक्षा के लिए ही बनाए गए ताकि कोई भी व्यक्ति चाहे वह आम इंसान हो या सरकार कोई भी इसका उल्लंघन ना कर सके ओर सभी एक नियम में बंध कर रहे।
मानव अधिकार दिवस कैसे मनाया जाता है
मानव अधिकार दिवस हमारे देश के सभी राजनीतिक सम्मेलनों, बैठकों ,प्रदर्शनियों ,सांस्कृतिक कार्यक्रमों ,वाद विवाद और कई कार्यक्रम करके इस मुद्दे पर चर्चा की जाती है सरकारी और गैर सरकारी संगठन सक्रिय रूप से मानव अधिकार कार्यक्रम में भाग लेते हैं मानव अधिकार दिवस को सफल बनाने के लिए एक विषय का निर्धारण करके मनाया जाता है मानव अधिकार दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य मानव जीवन से गरीबी हटाना और जीवन को अच्छी तरह से जीने में मदद करता है विभिन्न प्रकार के नाटक ,संगीत इत्यादि किए जाते हैं जो कि मानव अधिकार दिवस अपनी ओर ध्यान केंद्रित करने के लिए आयोजित करता है।
उपसंहार
इस प्रकार मानव अधिकार हर व्यक्ति के लिए एक मूल अधिकार है हमारे देश में इन अधिकारों का पालन करने के लिए मानव अधिकार दिवस मनाया जाता है इस बारे में कुछ शब्द मेरे अनुसार इस प्रकार है।
” हर तरह से रक्षा पाना
मानव अधिकार है.
छोटे – बड़े क्या इसमें.
हस्तक्षेप करने पर.सजा का भी वह हकदार है.
मिले सभी को समान अधिकार.
यही मानव अधिकार है.”
इस प्रकार इसका उलंघन करने पर सजा का भी नियम है। जो कानून द्वारा सरकारी और गैर सरकारी संगठनों द्वारा निर्धारित किया जाता है। इसलिए मानव अधिकार प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक समान है।
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