नि:शुल्क चिकित्सा पर निबंध

नि:शुल्क चिकित्सा पर निबंध/Essay on free medical in hindi/चिकित्सा पर निबंध। 

प्रस्तावना: नि:शुल्क चिकित्सा से पहले हमें जानना होगा कि चिकित्सा क्या होता है चिकित्सा अर्थात इलाज ,किसी भी बीमारी का रोग निवारण या रोग हरण करने की एक विधि या एक कला होती है जिस प्रकार हर कार्य को करने की एक विधि होती है जैसे वकालत करने के लिए प्रैक्टिस करते हैं ,पुलिस अपने कार्य करता है अपने तरीके से ,लेकिन सभी का अपने कार्य में दक्ष होना जरूरी होता है, तभी तो वह उस कार्य में निपुण कहलाता है वैसे ही चिकित्सा में रोगों का निवारण करना रोगों के दुष्परिणामों का निराकरण करना चिकित्सा कहलाता है कोई भी पैसे में कार्य का महत्व अधिक है, अगर व्यक्ति अपने कार्य को नहीं जानता है तो उसका अच्छे से इलाज नहीं कर पाता तो संभव ही मरीज नहीं बचेगा चिकित्सा ऐसी होनी चाहिए कि वह रोग को हरने की शक्ति रखता हो और कोई उसमे बाधा ना डाले वरन समाधान और सहयोग प्रदान करें।

निशुल्क चिकित्सा का अर्थ: रोगो से ग्रस्त होने पर रोगों से मुक्त होने के लिए उपचार किया जाता है वही चिकित्सा कहलाता है व्यापक अर्थों में सभी तरह का उपचार चिकित्सा कहलाता है और यही चिकित्सा अगर मरीज को बिना कोई शुल्क खर्च करें बिना दी जाती है तो वह निशुल्क चिकित्सा कहलाता है इसमें व्यक्ति को अपनी ओर से कोई शुल्क अदा नहीं करना होता है और उसमें उसके स्वास्थ्य की रक्षा और उसके रोगों का निवारण होता है।
अस्पताल जाते वक्त और इलाज कराते वक्त बहुत कम लोगों को पता है कि निःशुल्क चिकित्सा के कुछ अधिकार है जो गरीब और जरूरतमंद लोगो को प्राप्त है।

निशुल्क चिकित्सा के लिए सरकार द्वारा निर्धारित गाइडलाइन

गरीब लोगों के लिए सरकार ने एक गाइडलाइन जारी की है जिसमें कोई भी गरीब मरीज अपना मुफ्त इलाज करवा सकता है यह निर्देश सुप्रीम कोर्ट की तरफ से जारी हुआ है जिसमें सरकार द्वारा जमीन लेकर अस्पताल बनाने पर प्राइवेट अस्पतालों को गरीब मरीजों को तय कोटे के तहत मुफ्त इलाज करना होगा हाई कोर्ट द्वारा बनाई गई एक मॉनिटरिंग कमेटी के तहत अब सरकारी अस्पताल से रेफर किए गए गरीब मरीजों का प्राइवेट अस्पतालों में निशुल्क चिकित्सा की जाएगी ऐसे 40 प्राइवेट अस्पताल है जिन पर सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्देश लागू किए हैं और यह निर्देश 2007 में दिए गए फैसले के तहत ह।

सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए निर्देश: सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार 25 फ़ीसदी ओपीडी, 10 फ़ीसदी आईपीडी की सीट अस्पतालो में तय है ,हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि गरीब मरीजों को एडमिशन, बेड,मेडिसिन ,इलाज, सर्जरी, नर्सिंग,और खाने पीने की चीजें मुफ्त माहिया कराई जाएगी कुछ प्राइवेट अस्पतालों ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था गाइडलाइन के मुताबिक अगर किसी ईडब्ल्यूएस को चार्ज किया जाता है तो वह सरकार की अवमानना होगी और सरकार ही उन्हें क्या सजा देनी है यह तय करेगी।

सरकारी अस्पतालों के लिए निशुल्क चिकित्सा की गाइड लाइन

(१) सरकारी अस्पतालों में इलाज के दौरान अगर किसी मरीज को रेफर करने की जरूरत है तो उसे इंचार्ज के आदेश से रेफर किया जा सकता है सरकार द्वारा नियुक्त उन प्राइवेट अस्पताल में जहां उसका निशुल्क चिकित्सा कि जाएगी ।

(२) सरकार द्वारा निर्धारित की गई निःशुल्क चिकित्सा के लिए बेड की जानकारी प्राइवेट अस्पतालों की रहेगी अगर सरकारी अस्पताल में सुविधा अथवा बेड के अभाव में तुरंत मरीज को प्राइवेट अस्पताल में रेफर किया जाएगा।

(3) सरकारी अस्पताल में स्पेशल रेफर सेंटर होगा जहां एडिशनल मेडिकल सुपरिटेंडेंट अथवा डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट रैंक के अधिकारी ओर नोडल ऑफिसर होंगे सेंटर पूरा कंप्यूटराइज होगा और नेट से जुड़ा होगा।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम: राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अब सरकार 18 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों का निशुल्क हृदय का चिकित्सा करेगी कोई भी हृदय रोग से ग्रसित व्यक्ति का सरकार की तरफ से निशुल्क चिकित्सा की सुविधा प्राप्त कर सकता है.

निशुल्क चिकित्सा शिविर: आजकल हमारे भारत देश में उन गरीबों के लिए जो चिकित्सा कराने में असमर्थ हैं उनके लिए निशुल्क शिविर चलाए जा रहे हैं कुछ इस प्रकार है।

(१)हेल्थ कैंप लगाए जाते हैं जहां निशुल्क चिकित्सा की जाती है।

(२)अमर उजाला फाउंडेशन निशुल्क चिकित्सा केंद्र।

(३)निजी अस्पतालों में शिविर लगाए जाते हैं।

(४)चर्म रोग शिविर निशुल्क चिकित्सा केंद्र।

(५)कैंसर से पीड़ित निशुल्क चिकित्सा केंद्र।

(६)गंभीर बीमारी का निशुल्क चिकित्सा केंद्र।

इस प्रकार हमारे भारत देश में आजकल सभी बीमारियों का निशुल्क इलाज कराए जाने की सुविधा प्रदान करता है हर राज्य ओर हर शहरों में शिविर लगाए जाते हैं जहां निशुल्क चिकित्सा प्रदान की जाती है आज कोई भी गरीब व्यक्ति अपना इलाज सरकार द्वारा प्राप्त लाभ के अलावा कई निशुल्क केंद्रों से भी निशुल्क चिकित्सा की सुविधा प्राप्त कर सकता है।

उपसंहार

निशुल्क चिकित्सा कहने को तो बहुत सारे शिविर और सरकार द्वारा लाभ प्रदान किया जाता है लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है यह शायद हमें भी नहीं पता यह सुविधा उन गरीबों तक पहुंचती भी है या केवल यह सुविधा कहने मात्र की है लेकिन जो भी हो अगर निशुल्क चिकित्सा में जरा भी सच्चाई है तो यह उन जरूरतमंद लोगों और उन गरीबों व्यक्तियों के लिए जो मजबूर है अपनी बीमारी का इलाज कराने में ओर अस्पताल की बड़ी-बड़ी फीस देने में असमर्थ हैं ,उनके लिए यह किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है।

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