मेरा तिरंगा, मेरा अभिमान पर निबंध

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मेरा तिरंगा मेरा अभिमान पर निबंध-Mera Tiranga Mera Abhimaan

हमें अपने देश की आज़ादी का प्रतीक अपने तिरंगे पर अभिमान है। आज़ादी का दिवस हर वर्ष 15 अगस्त 2022 को मनाया जाता है।  इस बार 75वा साल था जब हम अपने देश की आज़ादी का दिवस मनाया है। आज़ादी के इस दिन को हर वर्ष देशवासी ख़ुशी और निष्ठा के साथ मनाते है।  स्कूल , कॉलेज और सरकारी दफ्तरों में इस दिन को आनंद के साथ  मनाया जाता है।  इस राष्ट्रीय त्यौहार के दिन लोग स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा दी गयी कुर्बानियों को याद करते है।  इस दिन देश को स्वतंत्रता प्राप्त हुयी थी।  इस दिन विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। 15 अगस्त को हमारा स्वाभिमान  तिरंगा  देश के प्रधानमंत्री द्वारा फहराया जाता है। देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते है। वहीं पर ध्वजारोहण का समारोह होता है।

देश के तिरंगे की रक्षा हमारे जांबाज़ सिपाही हमेशा करते है।  देश की शान और अभिमान है हमारा तिरंगा। हमारा तिरंगा हमारा गौरव  है। हमारे राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंग मौजूद है। केसरिया , सफ़ेद और हरा यह तीन रंग हमारे ध्वज में विद्यमान है। हमारे राष्ट्रीय ध्वज के रंगो की अहमियत के बारे में सभी को पता होना आवश्यक है। केसरिया रंग विश्वास का प्रतीक है।  हिन्दू , बौद्ध और जैन धर्म के लोगो के लिए यह विश्वास की निशानी है।

सफेद रंग सुकून और शान्ति का प्रतीक है।उन्नति और खुशियों का संकेत है हरा रंग। राष्ट्रीय ध्वज की सफ़ेद रंग की पट्टी पर अशोक चक्र मौजूद  है। राष्ट्रीय ध्वज का अनुपात 3 :२ है। हमारा तिरंगा हमारा स्वाभिमान है। तिरंगा उन सभी क्रांतिकारियों की देशभक्ति और उनके बलिदानो का प्रतीक है।

देश का राष्ट्रीय ध्वज खादी कपड़े से बना है। राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान की भावना सभी देशवासियों में होनी चाहिए।  हमारा तिरंगा देश का गौरव है।  हमारे तिरंगे का स्पर्श भूमि से नहीं होना चाहिए।  तिरंगे के कपड़े का उपयोग कभी भी अन्य कार्य जैसे किसी चीज़ को ढकने इत्यादि के लिए नहीं किया जा सकता है।

तिरंगे के कपड़े का इस्तेमाल कपड़े के रूप में नहीं किया जा सकता था।  यह नियम 2005 से पहले था।  अभी इसमें परिवर्तन किया गया है।  अब इसके लिए इज़ाज़त दे दी गयी है। इस कपड़े का उपयोग रूमाल और तकिये के रूप में नहीं किया जा सकता है। हम तिरंगे को उल्टा नहीं रख सकते है । इसे पानी में डुबाना मना है। ध्वजारोहण करते समय विशेष नियमो का पालन करना अति आवश्यक है। इस का पालन संविधान 51 ए के मुताबिक करना चाहिए।आम लोगो द्वारा तिरंगा फहराने की मांग कोर्ट में की गयी है। अभी स्कूल,  कॉलेज , दफ्तर जैसे जगहों पर झंडा फहराने की इज़ाज़त दी गयी है। देश की सुरक्षा और देश प्रेम का चिन्ह है तिरंगा। देश के सिपाही  हमारी सुरक्षा के लिए सरहद पर लड़ते है। वह अपनी जान की परवाह तक नहीं करते है। अपनी मातृभूमि के लिए वह अपनी ज़िन्दगी न्यौछावर कर सकते है।

निष्कर्ष

देश की उन्नति और एकता का प्रतीक हमारा तिरंगा है। तिरंगा हमारी आज़ादी और हमारी मातृभूमि का प्रतीक है।  हमारा तिरंगा हमे अपने प्राणो से अधिक प्यारा है। एक सच्चा देशभक्त अपने देश के झंडे को कभी नीचे झुकने नहीं देता है। तिरंगा उन वीर लोगो और क्रांतिकारियों की याद दिलाता है जिन्होंने अपनी प्राणो की आहुति दे दी।  

और देशभक्ति गीत की कुछ पंक्तियाँ इस प्रकार है :

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

झंडा ऊँचा रहे हमारा

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