समाचार-पत्रों से लाभ पर निबंध | Essay on Benefit of Learning from Newspapers in Hindi
प्रस्तावना अक्सर लोग सुबह के एक कप चाय के साथ अखबार पढ़ना पसंद करते है। है। समाचार पत्रों से लोगो को देश और दुनिया के विषय में सामान्य ज्ञान प्राप्त होता है। सबसे अधिक लोग दैनिक समाचार पत्र पढ़ते है। दैनिक समाचार पत्रों में राज्य में हो रही घटनाएं , प्रांत , राष्ट्र और विदेशो में घटित सभी समाचार प्रकाशित होते है। यहां तक की मनोरंजन , सिनेमा जगत और अभिनेताओं से जुड़ी सभी खबरें प्रकाशित होते है। समाचार पत्रों में खेलकूद से जुड़ी खबरें जैसे क्रिकेट , फुटबॉल , बैडमिंटन , टेनिस , हॉकी इत्यादि खेलो से जुड़े छोटे बड़े खबर प्रकाशित होते है। समाचारपत्र देशवासियों का प्रिय मित्र बन चूका है। समाचार पत्रों को हर रोज पढ़े बिना उनका दिन पूरा नहीं होता है।
समाचार पत्रों से लोगो का ना केवल ज्ञान बढ़ाता है बल्कि मनोरंजन भी करता है। समाचार पत्रों में , कहानियां , बच्चो के लिए कार्टून भी प्रकाशित होते है। समाचार पत्रों में दिए गए विज्ञापनों से वस्तुओं और कई सारे सुविधाओं के विषय में ज्ञान प्राप्त होता है। समाचारपत्रों में अच्छे लेख छपते है। यह लेख पढ़ने में बड़े मज़ेदार होते है।
समाचारपत्रों के महत्व के बारे में हम सब जानते है। समाचारपत्रों में विभिन्न कहानियां, अभिनेता और सिनेमा के बारे में लिखा जाता है। इसलिए आम लोगो का मूड बहुत अच्छा हो जाता है। क्रिकेट में कौन सी टीम हारी या जीती , इसके बारे में विस्तार रूप से अखबारों में बताया जाता है। क्रिकेट मैचेस की तस्वीरें और अंदरूनी खबरें सब कुछ समाचार पत्र प्रकाशित करते है।
समाचार पत्र पूरे देशवासियों को सरकार से जोड़ता है। समाचार पत्र द्वारा सभी नेता , राजनेता अपनी बात कहते है और उनकी बातें लोगो तक पहुँचती है।समाचार पत्र पढ़ने से लोग हर घटना और क्षेत्र से जुड़ी खबरों से वाकिफ होते है। इससे उनमे जागरूकता फैलती है।समाचार पत्रों में जो लेख छपते है वह प्रेरणादायक होते है। समाचार पत्र काफी सस्ते होते है , इसलिए लोग उसे आसानी से खरीद कर पढ़ लेते है। मनुष्य के पास मनोरंजन करने के लिए कई तरह के साधन है लेकिन समाचार पत्र पढ़ने की चाह लोगो में हमेशा बनी रहती है। लोग हमेशा समाचार पत्र पढ़ने का शौक रखते है।
कहा जाता है समाचार पत्र का हमारे देश में प्रकाशन मुग़ल काल के दौरान शुरू हुआ था। उदन्त मार्तण्ड नामक प्रथम समाचार पत्र निकला था। धीरे धीरे जैसे जैसे प्रगति हुई , कई भाषाओं में समाचार पत्र का प्रकाशन आरम्भ हो गया।
सबसे लोकप्रिय समाचार पत्र के नाम कुछ इस प्रकार है
नवभारत टाइम्स
अमर उजाला
जनसत्ता
हिन्दुस्तान।
समाचार पत्र अपने खबरों से लोगो को जगाते है और उनके जिम्मेदारियों का एहसास भी दिलाते है।राष्ट्रीय जागरण का काम समाचार पत्र बखूभी करता है।। समाचार पत्रों में हर क्षेत्र जैसे विवाह संबंधित विज्ञापन , अच्छी कविताएं , व्यापार संबंधित विज्ञापन भी मौजूद रहते है। लोगो को जिस भी विषय में जानना हो , अखबारों में मिल जाता है। अगर कोई व्यक्ति किसी कारणवश गुमशुदा हो गया हो , तो उसका विज्ञापन भी परिवार वाले देते है।
समाचार पत्रों में कई तरह के नाटक , हास्य व्यंग्य वाले कार्टून , रोचक कहानियां लोगो का मनोरंजन करती है। समाचार पत्रों में जो व्यापारी विज्ञापन देते है , उससे उनको बहुत अधिक लाभ पहुँचता है।समाचार पत्रों में विज्ञापनों को देखकर व्यवसायियों को लाभ होता है क्यूंकि उनके विज्ञापनों को देखकर ग्राहक उनसे संपर्क करते है।
समाचार पत्र समाज में फैली बुराईयों और कुरीतियों को दूर करने की पूरी कोशिश करता है। लोगो को जागरूक करता है कि वह इन कुरीतियों को परंपरा का नाम देकर अन्य लोगो के साथ अन्याय ना करे।
पुराने समय में लोगो में इन कुरीतियों को लेकर काफी अन्धविश्वास था। दहेज़ प्रथा , बाल विवाह , अशिक्षा के विरुद्ध लेख समाचार पत्रों में छपते है। इससे लोगो में जागरूकता फैलती है और इन अत्याचारों के खिलाफ आम जनता आवाज़ भी उठाते है। समाज में हो रहे अपराध जैसे भ्रष्टाचार और गन्दी राजनीति के विषय में भी समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जाता है ताकि लोग इन अपराधों के विरुद्ध आवाज़ उठाये। समाज में लोग सच्चाई और अच्छाई के रास्ते पर चले।समाचार पत्रों में देश में हो रहे अत्याचारों और शोषण से जुड़ी हुयी घटनाओ को लोगो के समक्ष पेश किया जाता है। इससे एक फायदा यह होता है कि लोग इन अपराधों को करने से घबराते है।उनको न्याय और अन्याय में क्या फर्क होता है , उसका पता चल जाता है।
निष्कर्ष
समाचारपत्र एक मज़बूत माध्यम है जो सरकार और देशवासियों को एक दूसरे से जोड़ता है। समाचारपत्र उन्नत राष्ट्र की मज़बूत नीव है। समाचार पत्रों के द्वारा आम लोगो को पता चलता है कि सरकार किसी भी मुद्दे पर क्या निर्णय ले रही है। समाचार पत्र लोगो में आपसी भाईचारा बनाये रखती है। समाचार पत्र निष्पक्ष होकर सारी घटनाओ को जब प्रकाशित करते है तो लोग निश्चिंत होकर उनसे जुड़ पाते है।लोग समाचार पत्रों पर विश्वास करते है। इस विश्वास को बनाये रखना समाचार पत्र की जिम्मेदारी है।