देश का रक्षक फौजी पर निबंध

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भारतीय सेना पर निबंध
सैनिक पर निबंध
Essay on indian Army in hindi
भारतीय सैनिक पर निबंध

हर नागरिक के लिए सबसे प्यारा है उसका देश। फौजी देश की सम्पूर्ण रूप से रक्षा करते है। देश के शान और उसकी रक्षा करने के लिए अपने प्राणो की आहुति दे देते  है। उसे कहते है फौजी। देश के सरहद पर अपना सर कटाने वाला और अपनी सारी इच्छाओं और खुशियों को दाव पर लगाने वाला वह है हमारे देश के फौजी। वह ना कड़ी धूप से डरते है और ना आंधी से और ना ही किसी आपदा से ,बस देशभक्ति के गीत गुनगुनाते हुए हँसते हँसते अपने प्राणो की आहुति दे देते है। 

फौजी देश की सबसे बड़ी सम्पतियों में से एक है। वे राष्ट्र के संरक्षक है और हर कीमत पर अपने नागरिको की रक्षा करते है और निस्वार्थ भाव से देश के सेवा के लिए तत्पर तैयार रहते है और देश हित को सबसे ऊपर रखते है। फौजी की नौकरी और उसकी दुनिया कठिन और चुनौतियों से भरी होती है। उनकी सैनिक शिक्षा में कड़ी प्रशिक्षण होती है। एक अच्छा फौजी बनने के लिए बहुत सारे त्याग करने पड़ते है। फौजी हमेशा कठिनाइयों के बावजूद अपने कर्तव्यों को पूरा करते है। फौजी अपनी आर्मी को साथ लेकर चलती है और एकता बनाये रखती है। किसी भी युद्ध के खिलाफ फौजी ईमानदारी और बहादुरी के साथ लड़ते है।

एक सच्चा फौजी देश के लिए जीता है और देश के लिए मर मिटता है। एक देश चैन की नींद सोता है क्यूंकि फौजी रात भर जागकर अपने कर्तव्यों का पालन करते है। फौजी का महत्वपूर्ण कर्त्तव्य है कि वह बिना किसी  स्वार्थ  के अपने देश के लिए जान की बाज़ी लगा दे। फौजी को हर समय सतर्क रहना पड़ता है। वह रेगिस्तान और बर्फीले पहाड़ो की ठंड में निडर होकर देश की रक्षा करते है।वह प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित लोगों की मदद के साथ उन्हें सुरक्षित गंतव्य स्थान पर ले जाते है।

वे दुश्मनो के आगे निडर होकर लड़ते है और देश की हर हालत में हिफाज़त करते है। एक फौजी का भी अपना परिवार होता है। वह एक भाई ,बेटा ,पिता और एक पति है। लेकिन देश के आगे वह इन सारे रिश्तों को पीछे छोड़ देश की रक्षा के लिए सरहद पर लड़ता है। वह हमेशा हर पल चौकन्ना रहता है। फौजी सभी देशवासियों के लिए एक सुनिश्चित वातावरण रखने का प्रण लेती है।

वह देश में किसी भी प्रकार के आपातकालीन स्थिति को बखूबी संभाल सकते है। किसी भी प्रकार का देश पर आतंकवादी हमला हो ,या फिर प्राकृतिक आपदा ,हर प्रकार के परिस्थिति को समझदारी और सूझ बुझ से संभाल सकते है। एक फौजी बनना इतना आसान नहीं है।

जिन्दगी हर कदम पर चुनौतियों से भरी हुयी होती है और उसका हर पल हर समय निडर होकर सामना एक देशभक्त फौजी ही कर सकता है। वे महीनो और वर्षो तक अपने प्रियजनों से दूर रहते है ताकि देश सलामत रह सके। कभी कभी यह भावनात्मक रूप से सैनिक को परेशान कर सकते है लेकिन फिर भी वह इन भावनाओं को अपने कर्तव्यों के समक्ष आने नहीं देते है। फौजियों को कभी छुट्टी नहीं मिलती है और ज़्यादातर त्यौहारों में  फौजियों को उनको छुट्टी नहीं मिलती है।हम देश में त्यौहार मना सकते है क्यों की फौजी निडर होकर दुश्मनो से हमारी रक्षा करते है।  कभी कभी भोजन कम होने के बावजूद फौजी दूरस्थ जगह में तैनात किये जाते है।

सैनिक को  लड़ाई लड़ने के लिए कठोर प्रशिक्षण दिए जाते है जिससे थकावट और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। लेकिन वह इससे बिलकुल नहीं घबराते है और अपनी मंज़िल को पाने के लिए कठोर परिश्रम करते है। मौसम की कठोर परिस्थितियों में भी उन्हें काम करना पड़ता है। उनके पास प्रयाप्त बुलेटप्रूफ उपकरण भी नहीं होते है जो उन्हें सुरक्षित रखे। इस प्रकार हमारे सैनिक देश की सुरक्षा के लिए कठोर परिश्रम वाले जीवन जीते है। हम सलाम और नमन करते है उन फौजियों को जो देश हित और सरहद की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहते है। फौजी हमेशा अपने कर्त्तव्य ,बलिदान और समर्पण के लिए जाने जाते है। सरहद पर फौजी शहीद होते है तो परिवार और देश का  का सिर गर्व से  ऊँचा हो जाता है। वह हमेशा भारतीय सेना की परम्पराओं को बनाये रखता है।

निष्कर्ष

भारतीय फौजी विश्व के जांबाज़ सेना दल है जो किसी भी मुश्किल परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम है। फौजी सरहद की रक्षा के साथ देश की सुरक्षा और स्थिरता का पूर्ण रूप से ध्यान रखता है। वह कमांडर्स के निर्देशों का सठिक पालन करते है और किसी भी जगह चूक नहीं होती है। हमे अपने भारतीय फ़ौज पर गर्व है।

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