प्रस्तावना
अक्सर मनुष्य अपने जिम्मेदारियों की वजह से व्यस्त रहता है। विद्यार्थी हो या व्यापारी , या नौकरी करने वाले , हर किसी की अपनी रूचि होती है। रूचि वह चीज़ है जो प्रत्येक मनुष्य अपने खाली वक़्त में करना चाहता है। मेरे रूचि के अंतर्गत बहुत सारी चीज़ें आती है। मुझे किताबे पढ़ना और संगीत सुनना बेहद पसंद है। किताबे पढ़ने से ज्ञान प्राप्त होता है और अकेलापन जैसे गायब हो जाता है। हम कहानियों के दुनिया में खो जाते है। संगीत सुनने से मेरे मन को सुकून मिलता है। मुझे हर तरह के गाने पसंद है। मेरे पसंदीदा गायक कुमार सानू और अरिजीत सिंह है।उनके यादगार और सदाबहार गाने सुनकर मन को प्रसन्नता मिलती है।
मैं फिलहाल उच्च शिक्षा के लिए पढ़ाई कर रही हूँ और साथ ही बच्चो को पढ़ाती हूँ। किताबे पढ़ने से किसी भी व्यक्ति के मुख पर ख़ुशी आ जाती है।पुस्तकें ना केवल हमारे ज्ञान को बढ़ाती है , बल्कि इन्हे पढ़कर हमे आंनद आता है । हमारे अंदर अच्छे गुणों का विकास होता है। जिन्हे पुस्तकें पढ़ना अच्छा लगता है , किताबे उनके साथी बन जाते है।पुस्तकें पढ़ने से मनुष्य का मानसिक विकास होता है।अपनी रूचि को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। कभी कभी मनुष्य की रूचि उन्हें सही क्षेत्र में विकास करने का मौका देती है।किताबे पढ़ने से मनुष्य में अच्छे विचारो का संचार होता है। किताबे कई विषय से संबंधित होते है। हास्य , दर्द भरी कहानियां , रोचक कहानियां , उपन्यास , जीवनी , सच्ची घटनाओ पर आधारित कहानियां और शिक्षा संबंधित पुस्तकें मुझे पढ़ना बहुत पसंद है। किसी व्यक्ति के पास चाहे कितने भी पैसे हो , लेकिन किताबे असली में ज्ञान रूपी अमूल्य भण्डार है। ज्ञान का सच्चा भण्डार पुस्तकें होती है।किताबें पढ़ने की आदत को हम सभी को अपनाना चाहिए।
कभी कभी टीवी देखना भी खाली समय में अच्छा लगता है। टीवी पर विभिन्न तरह के चैनल्स उपलब्ध है। मैं डिस्कवरी चैनल देखती हूँ। यहां दुनिया संबंधित हर तरीके का ज्ञान मिलता है।टीवी पर अंग्रेजी और हिंदी समाचार चैनल भी आते है। मैं प्रत्येक दिन दैनिक समाचार देखती हूँ। इससे हमे अपने देश में क्या हो रहा है , इसकी जानकारी हमेशा रहती है।
हमेशा व्यस्त जीवन में भी अपने शौक को पूरे करने चाहिए। यह शौक हमें अपने अंदर के छुपे इच्छाओं को पूरा करने का मौका देती है। खाली समय का सदुपयोग करना बहुत अच्छी आदत होती है। यह हमारे जिन्दगी में एक नई उमंग और उत्साह पैदा करती है।
शौक पूरे करने से खाली वक़्त का इस्तेमाल भी हो जाता है और आनंद भी प्राप्त हो जाता है।टीवी देखने से दुनिया भर में घट रहे सभी समाचारो का विवरण मिल जाता है।टीवी सीमित मात्रा में और सही चीज़ें देखने से समय की बर्बादी नहीं होती है।
जब कभी वक़्त मिलता है तो मैं अच्छे पकवान बनाती हूँ। इससे मेरा मन खुश रहता है और भोजन खाकर मेरा परिवार भी खुश होता है।हमेशा बेवजह टीवी देखना अच्छा नहीं होता है , लेकिन सही मात्रा और अपने खाली वक़्त में टीवी देखना गलत नहीं होता है। टीवी से हमें कई नई बातें सीखने को मिलती है। इसमें देख , समझ और सुन सकते है।टीवी पर कई ज्ञानवर्धक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते है जिससे हमे इतिहास , विज्ञान और हमारी विविध संस्कृति इत्यादि के विषय में छोटी बड़ी बातें जानने को मिलती है।इससे हमारा ज्ञान बढ़ता है और हमारे व्यक्तित्व पर अच्छा प्रभाव डालता है। सभी तरह के विचार और ज्ञान हमारे जीवन शैली में परिवर्तन लेकर आती है।
निष्कर्ष
हमे अपनी रूचि को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए। यह हमारे जीवन को उत्साह से भर देती है। प्रत्येक व्यक्ति की अपने मन की ख्वाईश और रूचि होती है , और उन्हें खाली समय में पूरा अवश्य करना चाहिए।यह हमें भविष्य में बहुत कुछ करने का मौका देती है। हमारी रूचि हमें जीवन में कुछ नया करने की प्रेरणा देती है। अगर लगन के साथ हम अपनी रूचि को आगे बढ़ाए तो निश्चित तौर पर हमे सफलता मिलती है। इससे व्यक्ति का बहुमुखी विकास होता है |