पुस्तक मेला पर निबंध-pustak mela essay in hindi
पुस्तकें मनुष्य के सच्चे साथी होते है। पुस्तकें ना केवल मनुष्य का ज्ञान बढ़ाती है बल्कि उनके व्यक्तित्व पर गहरा प्रभाव भी डालती है। पुस्तकें कई विषयों पर आधारित होती है। यह पूरी तरह से मनुष्य के ऊपर निर्भर करता है कि वह किस तरह कि पुस्तक पढ़ना चाहते है।पुस्तकों से मिलने वाला ज्ञान मनुष्य को सही और गलत में फर्क करना सीखाता है।साल में समय समय में गिने चुने स्थानों पर पुस्तकों का मेला आयोजित किया जाता है। पुस्तकों का मेला विशाल और बड़े पैमाने पर आयोजित किये जाते है। यहां हर तरह की किताबें मिलती है चाहे वह कविताएं हो , उपन्यास , ज्ञानवर्धक कहानियां , मनोरंजक कहानियां , विषय संबंधित पुस्तकें जैसे भूगोल , विज्ञान , इतिहास इत्यादि। हिंदी , अंग्रेजी और अन्य मातृभाषा की पुस्तकें भी पुस्तक मेला में पायी जाती है। कुछ पुस्तकों पर विशेष छूट दी जाती है ताकि ग्राहक कम दामों में अच्छी पुस्तकें खरीद सके।
पुस्तकें अगर दुकानों में सिर्फ बिक्री होती है तो वह वहीं तक रह जाती है। पुस्तक मेले के ज़रिये पुस्तकों का प्रचार प्रसार किया जाता है ताकि वह ज़्यादा से ज़्यादा लोगो तक पहुँच सके। पुस्तकों के मेले के माध्यम से पुस्तकों की लोकप्रियता बढ़ जाती है।पुस्तक मेले बहुत ज़रूरी होते है। प्रकाशकों की बिक्री को विकसित करने और ज़्यादा से ज़्यादा लोगो तक पहुंचने के लिए पुस्तक मेला आवश्यक होता है।
कभी कभी कुछ पुस्तकों को ढूंढ़ने के लिए कई दुकानों पर जाना पड़ता है। जब हमे पुस्तकें नहीं मिलती है , तो हमे दूसरे बाजार में जाना पड़ता है। पुस्तक मेलों में कई लोकप्रिय और जाने माने लेखकों और उपन्यासकारो की पुस्तकें मिलती है।मैंने पुस्तक का मेला कोलकाता में कई बार देखा है। पुस्तक मेला जनवरी या फरवरी महीने में आयोजित की जाती है।नाटक , बायोग्राफी से लेकर मनोहर कहानियों तक पुस्तकें उपलब्ध होती है। मन करता है कि सभी पुस्तकें खरीद लूँ।
पुस्तक मेले में केवल अपने देश के प्रकाशक ही नहीं बल्कि विदेशी प्रकाशकों के पुस्तकों की भी बिक्री होती है।जो पुस्तकें मिलना मुश्किल होता है , पुस्तकों के मेले में वह पुस्तक मिल जाती है।लोकप्रिय प्रकाशक अपने पुस्तकों की अच्छी बिक्री के लिए ग्राहकों को पुस्तकों पर छूट देते है। इससे दोनों को लाभ मिलता हैं।
यदि शहरो के ज़्यादा जगहों पर पुस्तक मेला आयोजित किया जाए तो तकरीबन सभी लोगो को वहाँ आने का अवसर मिलता है। ।जहां पुस्तक मेला आयोजित किये जा रहे है , उसकी सूचना जनता को दी जाए तो इससे लोग कम दामों में किताबे खरीद सकते है और प्रकाशकों को बिक्री में घाटा भी नहीं होगा। ज्ञान से बड़ी शक्ति , इस दुनिया में नहीं है। पुस्तकों का मेला ज्ञान की रोशनी को फैलाने के लिए किया जाता है।अपने खाली वक़्त में कई लोग किताबे पढ़ना पसंद करते है। पुस्तकों के मेले में कई स्टाल लगाए जाते है। जब भी पुस्तक मेला आयोजित होता है मैं वहां अवश्य जाता हूँ।पुस्तक मेले में परिवार के लोग और विद्यालय से आए विद्यार्थी शामिल होते है। बच्चो की मज़ेदार कहानियां ,आत्मकथा से जुड़े पुस्तक पुस्तक मेला में मिल जाते है। पुस्तक मेले में अनगिनत लोग आते है और पुस्तक खरीदने के लिए लोगो की भीड़ लग जाती है।
मनुष्य के जिन्दगी का महत्वपूर्ण हिस्सा पुस्तकें है।पुस्तक मेले में अंतराष्ट्रीय प्रकाशक भी स्टाल लगाते है। पुस्तक मेले में खाने , पीने के लिए भी स्टाल लगाए जाते है।पुस्तक मेले में कई लोग अपनी मन पसंद किताबे खरीदते है। मैंने कई तरह की किताबे खरीदी है। मैंने प्रेमचंद और हरिवंश राय बच्चन की लिखी हुयी पुस्तकें खरीदी।रोमांचक कहानियों और शायरी संबंधित किताबे भी मुझे बहुत पसंद है।
अपने भाई के लिए मैंने कुछ विज्ञान संबंधित पुस्तकें खरीदी थी जो उसे काम आएगी। देश के लोकप्रिय पुस्तक मेलो के नाम है कोलकाता पुस्तक मेला , चेन्नई पुस्तक मेला , दिल्ली पुस्तक मेला , पटना और जयपुर पुस्तक मेला।जो पाठक पुस्तक मेले में अपने पसंदीदा लेखकों से मिलना चाहते है , वह आसानी से मिल सकते है।
पुस्तक मेले में नए और पुराने दोनों लेखकों के किताबे ग्राहकों को बेचीं जाती है। दोनों तरह के लेखकों को समान मौका मिलता है। लेखक पुस्तक मेला द्वारा अपने लिखी हुयी कहानियां , कविताएं इत्यादि ज्ञान आम जनता तक पहुंचा सकते है।पुस्तकों का मेला इस वजह से ज़रूरी साबित हो गए है।
पुस्तकों का मेला व्यापारिक नज़रिये से बहुत ही हितकर साबित हुए है।हर लेखक चाहते है कि उनकी पुस्तकें मेले में ज़्यादा से ज़्यादा बिके और लोगो को पसंद आये।पुस्तक मेले में वह पुस्तकें मिल जाती है , जो कोई दुकानों में आसानी से उपलब्ध नहीं होती है। कुछ पुस्तकें हमे ऑनलाइन भी प्राप्त नहीं होती है , वह हमे पुस्तक मेले में प्राप्त हो जाती है।
निष्कर्ष
पुस्तक मेले में प्रत्येक पाठक को अपनी मनपसंद किताबे मिल जाती है। बच्चो को अपनी मन पसंद बाल कहानियां और बड़ो को जासूसी और उपन्यास वाली पुस्तकें पुस्तक मेला में मिल जाती है। पुस्तक मेले में हम सभी को जाना चाहिए क्यूंकि पुस्तक मनुष्य के अच्छे मित्र होने के साथ असीमित जानकारी और ज्ञान भी देते हैं।