दोस्तों, आज हम अपने लेख के माध्यम से वर्तमान समय का बेहद ज्वलंतशील मुद्दा तथा भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना अग्निवीर योजना विषय पर निबंध प्रस्तुत करने जा रहे हैं। इस निबंध के माध्यम से आपको अग्निवीर योजना से जुड़ी समस्त लाभ तथा हानियों का ज्ञान प्राप्त होगा।
तो आइए जानते हैं, अग्निवीर योजना के लाभ हानि पर निबंध
प्रस्तावना
वर्तमान समय में भारत सरकार ने तीनों सेवाओं (सेना, नौसेना और वायु सेना) में सैनिकों की भर्ती के लिये अग्निपथ योजना का प्रस्ताव शुरू किया है। इस योजना के अंतर्गत देशभक्त और देशभक्ति की कामना रखने वाले प्रेरित युवाओं को चार साल की अवधि के लिये सशस्त्र बलों में सेवा करने की अनुमति दी जाती है।इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। इस नई योजना के तहत लगभग 45,000 से 50,000 सैनिकों की सालाना भर्ती की जाएगी और अधिकांश केवल चार वर्षों में सेवा छोड़ देंगे।
चार साल के बाद बैच के केवल 25% को ही 15 साल की अवधि के लिये उनकी संबंधित सेवाओं में वापस भर्ती किया जाएगा।
अग्निवीर योजना के उद्देश्य
भारत सरकार द्वारा जारी इस अग्निवीर योजना को देशभक्त और प्रेरित युवाओं के साथ सशस्त्र बलों में सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। इस अग्नीवीर योजना के तहत यह परिकल्पना की गई है कि सशस्त्र बलों में वर्तमान में औसत आयु 32 वर्ष है जो 6-7 वर्ष घटकर 26 वर्ष हो जाएगी।
अग्निवीर योजना के लाभ
- सेवा के 4 वर्ष पूरे होने पर अग्निवीरों को 11.71 लाख रुपए का एकमुश्त ‘सेवा निधि’ पैकेज का भुगतान किया जाएगा जिसमें उनका अर्जित ब्याज शामिल होगा।
- साथ ही उन्हें चार साल के लिये 48 लाख रुपए का जीवन बीमा कवर भी मिलेगा।
- मृत्यु के मामले में भुगतान न किये गए कार्यकाल के लिये वेतन सहित 1 करोड़ रुपए से अधिक की राशि होगी।
- सरकार चार साल बाद सेवा छोड़ने वाले सैनिकों के पुनर्वास में मदद करेगी। उन्हें स्किल सर्टिफिकेट और ब्रिज कोर्स प्रदान किये जाएंगे।
- इससे रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे और चार साल की सेवा के दौरान प्राप्त कौशल और अनुभव के कारण ऐसे सैनिकों को विभिन्न क्षेत्रों में रोज़गार मिलेगा।
- अग्निपथ योजना के तहत नियुक्त किये गए जवानों को उनके चार साल का कार्यकाल समाप्त होने पर 11 लाख रुपए से थोड़ा अधिक की एकमुश्त राशि दी जाएगी।
अग्निवीर योजना की हानि
- इस अग्निवीर योजना में चार साल के सेवा काल का मतलब होगा कि उसके बाद अन्य नौकरियांँ उनकी पहुंँच से बाहर होंगी और चार साल की अवधि पूरा करने वाले सैेनिक पुन: सेवा के लिये पात्र नहीं होगे।
- अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों को कोई पेंशन लाभ प्राप्त नहीं होगा, अत: ऐसी स्थिति में अधिकांश के लिये अपने और अपने परिवार का भरण-पोषण करने हेतु दूसरी नौकरी की तलाश करना ज़रूरी होगा।
- भारत की सेना चार साल के अनुभवी सैनिकों को बाहर कर देगी जिससे सेना अनुभवी सैनिकों का अभाव महसूस करेगी।
- थल सेना, नौसेना और वायु सेना में शामिल होने वाले जवानों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा लेकिन इनमें पुरुष और महिलाओं को चार साल बाद सेवा से बाहर कर दिया जाएगा, जिससे स्थिति पुनः शून्य पर आ जाएंगी।
उपसंहार
भारत सरकार द्वारा शुरू की जाने वाली यह अग्निवीर योजना को देश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया है। साथ ही इस योजना को सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा भी उचित माना गया है। इसके लाभ तथा हानियों को देखते हुए कुछ लोग इस योजना के समर्थन में है और कुछ लोग इस योजना का जोरदार विरोध कर रहे हैं। ऐसे में कहा जा सकता है, कि कुछ हानियों के साथ अग्निवीर योजना देश के लिए कुछ बिंदुओं पर महत्वपूर्ण हो सकती है।