मेरा हरियाणा पर निबंध

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आज हम आपको भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर हरियाणा के विषय में निबंध प्रस्तुत करने वाले हैं। इस निबंध के जरिए हरियाणा के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी हम आपको देने वाले हैं।

तो चलिए जानते हैं ‘मेरा हरियाणा’ विषय पर निबंध….

प्रस्तावना

मेरा हरियाणा उत्तर भारत का एक राज्य है जो वैदिक सभ्यता और सिंधु घाटी सभ्यता का निवास स्थान रहा है। इसकी राजधानी चंडीगढ़ है और यह एक ऐसा राज्य है जिसे अमीर राज्यों की सूची में शामिल किया जाता है। हम सभी जानते हैं कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है। लेकिन हरियाणा कृषि प्रधान देश का प्रमुख स्त्रोत है। यहां राज्य के निवासियों का प्रमुख व्यवसाय कृषि रहा है। हरियाणा एक ऐसा राज्य है जिसमें भारत की अधिकतर इतिहास समाहित है।

हरियाणा का गौरवपूर्ण इतिहास

हरियाणा राज्य का इतिहास काफी प्राचीन रहा है। मेरे राज्य के बारे में कहा जाता है, कि इस राज्य का निर्माण देवो ने किया था। इसलिए इसे देवों की भूमि भी कहा जाता है। मेरे हरियाणा में भारतीय इतिहास और महाभारत काल के युद्ध भी हुए। जिसमे कोरवो और पांड्वो के बीच की लड़ाई इस राज्य में स्थित कुरुक्षेत्र में हुए थे। जो इस राज्य का प्रमुख पर्यटन स्थल भी है। हरियाणा राज्य में केवल महाभारत के युद्ध ही नहीं हुए यहाँ पर अनेक आक्रमण किये गए। जिसमे इसे सिकन्दर ने भी इस पर आक्रमण किया। मुगलकालीन समय में हुए पानीपत के युद्ध भी इस राज्य  के पानीपत स्थन पर ही  हुए थे। पानीपत हरियाणा का प्रमुख पर्यटन स्थल है।

पंजाब राज्य में वर्तमान अरुणाचल प्रदेश तथा हरियाणा भी शामिल थे, जिन्हें 1966 में राज्य के रूप में पहचान मिली।1 मई के दिन हरियाणा तथा अरुणाचल प्रदेश का गठन हुआ। इस दिन को हरियाणा राज्य का स्थापना दिवस के रूप में मनाते है। हरियाणा भारत का 17 वां राज्य बना।

हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत

मुख्य तौर पर स्थानीय भाषा हिंदी ही है। जिसे लोकप्रिय बोली के रूप में बंगारू या हरियाणवी के नाम से जाना जाता है। यह भाषा बहुत सीधी साधी है और इसमें सम्मिलित विनोद भाव इसकी विशेषता है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र के लोग हिंदी, उर्दू, पंजाबी और अंग्रेजी जैसी आधुनिक भाषाएँ भी बोलते हैं।

कुरुक्षेत्र की धरती, सरस्वती व् द्रिशाद्वती नाम की दो पौराणिक नदियों के बीच की धरती है। हरियाणा देश में अद्वितीय राज्यों में से एक है जिसने संस्कृति और विकासशील अर्थव्यवस्था विकसित की है। हरियाणा भी भारत के सांस्कृतिक मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान पर है। हरियाणा को एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर गर्व है जो वैदिक काल में वापस का एहसास कराता है। हरियाणा हमेशा विविध जातियों, संस्कृतियों और धर्मों की स्थिति रहा है।

हरियाणा: वीरों की भूमि

हरियाणा वीरो की भूमि है जहां न जाने कितने ही शूरवीरों ने जन्म लिया है। हरियाणा का इतिहास महाभारत कालीन से है। इस रणभूमि में जितने भी युद्ध हुए सब में वीर और रणवीर का समामेलन रहा है। वीरभूमि हरियाणा के अमर जवानों का सदा याद किया जाता है।

स्वतंत्रता प्रिय वीर यहाँ के प्राण देश पर वारें। 
टूट गई जिनसे टकरा कर तैमूरी तलवारें। 
हेमू के भय से कॉपी थी दिल्ली की दीवारें। 
साक्षी हैं सन सत्तावन की जनता की सरकारें। 
बुरी दृष्टि डाली जिसने, बह रहा न कोई देश ।

सन 1962 में भारत-चीन युद्ध में तथा 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में तथा 1971 ई० बंगलादेश को मुक्त करवाने में यहाँ के वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। यह भूमि उन अमर बलिदानों की शहादत को सलाम करती है।

उपसंहार

मेरा हरियाणा जितना इतिहास में समृद्ध है उतना ही संस्कृतिक विरासत में। यहां कृषि, वाणिज्य, उद्योग इत्यादि क्षेत्रों में अभूतपूर्व उन्नति हुई है। यह सांस्कृतिक जीवन का एक अद्भुत केंद्र बना हुआ है। हरियाणा का विकास यदि सही हाथों में पहुंचेगा तो निश्चित रूप से यह भारत का ही नहीं बल्कि विश्व का एक समृद्ध राज्य बन जाएगा।

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