आज हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको हम दो हमारे दो विषय की नीति पर निबंध प्रस्तुत करने वाले हैं। जिसके माध्यम से आपको इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी भी प्राप्त होंगी। तो आइए जानें, ‘हम दो हमारे दो’ विषय पर निबंध…
प्रस्तावना
दुनियाभर में जनसंख्या के आधार पर भारत का स्थान दूसरे स्थान पर आता है। भारत में भी उत्तर प्रदेश राज्य की जनसंख्या का स्तर निरंतर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में देश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हम दो हमारी दो की नीति को बेहद महत्वपूर्ण बताया। साथ ही विश्व जनसंख्या दिवस पर राज्य की इस नई जनसंख्या नीति की घोषणा भी कर दी।
‘हम दो हमारे दो’ नीति का उद्देश्य
इस नीति का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश राज्य की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रण करना है। इस नीति पर राज्य सरकार पिछले 2018 से काम कर रही है। साथ ही यह नीति 2021-2030 के सभी समुदायों के लिए लागू हुई है। चूंकि जनसंख्या में वृद्धि प्रदेश की गरीबी का भी मुख्य कारण है इसलिए मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में दो बच्चों के बीच अंतर होने तथा इस नीति का पालन करने के निर्देश जारी किए गए।
‘हम दो हमारे दो का नारा’
जनसंख्या वृद्धि एक राष्ट्रिय तथा वैश्विक मुद्दा है। ऐसे में इस मुद्दे को सरकार तक पहुंचाने के लिए देश भर में विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक संस्थानों ने मिलकर रैलियां तथा प्रदर्शन किया है। इसी प्रदर्शन के दौरान ‘हम दो हमारे दो का नारा’ का नारा देशभर में गूंजता रहा है। जिसके तहत, फिलहाल भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए इस नारे के आधार पर इस नीति को लागू किया गया है।
‘हम दो हमारे दो’ नीति का लाभ
• इसी नीति का सीधा लाभ प्रदेश व प्रदेश की जनता को मिलेगा।
• भारत की बड़ी समस्या जनसंख्या वृद्धि से कुछ हद तक छुटकारा प्राप्त होगा।
• निसंदेह, जनसंख्या वृद्धि के नियंत्रण होने पर प्रदेश की गरीबी में भी सुधार होगा।
• इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में इसी नीति के तहत जो सरकारी कर्मचारी अपने परिवार को दो बच्चों तक सीमित रखते हैं। उन्हें स्वेच्छा से नसबंदी कराने पर प्रोमोशन और सरकारी हाउसिंग स्कीमों में छूट जैसे लाभ दिए जाएंगे।
उपसंहार
राज्य की इस बेहतरीन ‘हम दो हमारे दो’ नीति के तहत जनसंख्या नीति में 2026 तक जन्म दर को 2.1 प्रति हजार संख्या और 2030 तक 1.9 लाने का लक्ष्य है। इस नीति को लागू करने के लिए अन्य राज्यों द्वारा भी विचार विमर्श किया जा रहा है।