प्रस्तावना
स्वास्थ्य मानव जीवन का सबसे बड़ा धन है। यदि व्यक्ति स्वस्थ नहीं है तो वह न तो परिवार, न समाज और न ही राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकता है। इसलिए अच्छे स्वास्थ्य को मानव जीवन का सबसे कीमती रत्न माना जाता है। इसी महत्व को देखते हुए राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 अगस्त, 2019 को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में “फिट इंडिया मूवमेंट” का शुभारंभ किया। पीएम मोदी के अनुसार, इसके माध्यम से लोगों को खेल और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है, ताकि स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और सशक्त भारत का निर्माण किया जा सके।
फिट इंडिया मूवमेंट क्या है?
फिट इंडिया मूवमेंट भारत सरकार का एक महत्वाकांक्षी अभियान है, जिसका उद्देश्य लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। भारत सरकार इस अभियान को स्वच्छ भारत अभियान की तर्ज पर आगे बढ़ाना चाहती है, यानि इस अभियान को एक जन आंदोलन का रूप देकर सफल भी बनाना चाहती है। यह अभियान करीब चार साल तक चलेगा। इसके तहत हर साल फिटनेस को लेकर अलग-अलग विषयों पर अभियान चलाया जाएगा। लोगों को पहले साल शारीरिक फिटनेस, दूसरे साल खान-पान की आदतों, तीसरे साल ईको फ्रेंडली लाइफस्टाइल और चौथे साल बीमारियों से दूर रहने के तरीकों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
फिट इंडिया मूवमेंट का उद्देश्य क्या है?
इस राष्ट्रव्यापी अभियान का उद्देश्य प्रत्येक भारतीय को दैनिक जीवन में स्वस्थ रहने के सरल और आसान तरीकों को शामिल करने के लिए प्रेरित करना है। इसके जरिए सभी को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने का पूरा प्रयास किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों और युवाओं को शारीरिक गतिविधियों और खेलों के प्रति प्रोत्साहित करना है। भारत सरकार इस अभियान को स्वच्छता अभियान की तर्ज पर आगे बढ़ाना चाहती है। यह अभियान एक राष्ट्रीय लक्ष्य के तहत क्रियान्वित किया जाना है, जिसे सफल बनाने के लिए जनभागीदारी आवश्यक है।
फिट इंडिया मूवमेंट के लाभ
फिट इंडिया मूवमेंट निबंध के निम्नलिखित महत्वपूर्ण लाभ हैं:
• सरकार द्वारा शुरू किए गए फिट इंडिया मूवमेंट से यह लाभ होगा कि इससे लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा होगी और लोग कई बीमारियों से दूर रहेंगे, वहीं दूसरी ओर इन बीमारियों पर होने वाले खर्च में बचत होगी।
• अगर फिट इंडिया मूवमेंट से भारतीयों के स्वास्थ्य में सुधार होता है तो भारत की जीडीपी में 1.4% की वृद्धि होगी।
• उत्पादकता और आय में वृद्धि होगी, क्योंकि स्वास्थ्य में सुधार के कारण बीमारियों पर होने वाले खर्च को कम करने से धन की बचत होगी।
• इस अभियान का सबसे बड़ा फायदा यह है कि व्यक्ति अपनी दक्षता का सही उपयोग कर पाएगा।
• कहा जाता है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है और स्वस्थ मन ही स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में सहायक होता है।
• कई बीमारियां जीवनशैली से जुड़ी होती हैं, जिन्हें कुछ शारीरिक गतिविधियों जैसे व्यायाम से दूर किया जा सकता है। इससे दिल का दौरा पड़ने की संभावना कम हो जाती है। यह स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, स्तन कैंसर, हड्डी के फ्रैक्चर, पित्ताशय की बीमारी, मोटापा, अवसाद और चिंता की संभावना को कम करता है।
निष्कर्ष
आज भारत में फिटनेस को लेकर कोई गंभीरता नहीं है, जो देश के विकास के लिए बहुत घातक हो सकता है। इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन के अनुसार, इस्केमिक हृदय रोग, तपेदिक, नवजात विकार, अस्थमा, मधुमेह और क्रोनिक किडनी रोग भारत में सबसे अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार हैं। यही कारण है कि वर्तमान समय में फिट इंडिया मूवमेंट की मांग प्रबल हो गई। हम सभी को इस अभियान के साथ मिलकर अपने देश के विकास में साथ देना चाहिए।