प्रस्तावना
किसी भी राष्ट्र के उन्नत विकास हेतु उस राष्ट्र के नागरिकों का सतर्क और जागरूक होना अति आवश्यक होता है। वर्तमान समय में भारत देश भ्रष्टाचार से व्याप्त है। इस भ्रष्टाचार के प्रति भारत की समस्त नागरिकों को सतर्क और जागरूक करने के लिए केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा हर वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया जाता है। यह सप्ताह प्रत्येक वर्ष अक्टूबर महीने के अंतिम सप्ताह में मनाया जाता है। अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में 31 तारीख आती है जिसमें भारत के प्रथम गृह मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती भी मनाई जाती है।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह क्या है?
सतर्कता जागरूकता सप्ताह एक ऐसा खास सप्ताह होता है जिसमें भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता और सतर्कता फैलाने का अद्भुत प्रयास किया जाता है। हर साल सतर्कता जागरूकता सप्ताह अक्टूबर महीने के आखिरी सप्ताह को मनाया जाता है। जिसकी शुरुआत सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती के साथ कर दी जाती है। हर साल सतर्कता जागरूकता सप्ताह की थीम निर्धारित की जाती है। जिसकी साथ इस वर्ष 2022 में सतर्कता जागरूकता सप्ताह “एक विकसित राष्ट्र के लिए भ्रष्टाचार मुक्त भारत” थीम के साथ मनाया जाएगा।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाने का उद्देश्य
सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाने का सीधा उद्देश्य भारत के नागरिकों को जागरूक करना है। भारत के नागरिकों को समाज और देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के प्रभाव के प्रति जागरूक करना है। जिसके माध्यम से नागरिकों तथा देश का विकास हो सके। भारत के प्रधानमंत्री के मुताबिक, भ्रष्टाचार, मादक पदार्थ, आर्थिक अपराध, आतंकवादी वित्तपोषण यह सभी आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। ऐसे में भ्रष्टाचार के खिलाफ नागरिक और सरकार दोनों को मिलकर काम करना होगा। केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा इस उद्देश्य से ही यह सप्ताह शुरू किया गया कि नागरिक भ्रष्टाचार के पारदर्शिता को समझ सके और जवाबदेही के लिए जागरूक हो सके।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह का इतिहास
सतर्कता जागरूकता का इतिहास 19वीं शताब्दी का है। दरअसल इस सतर्कता जागरूकता सप्ताह की शुरुआत 1999 में ही हो गई थी। लेकिन इसे एक मिशन के रूप में चलाने का निर्णय साल 2006 में निश्चित रूप से लिया गया। जो मुख्य रूप से समाज के सभी वर्गों को भ्रष्टाचार मुक्त समाज में रहने की ओर आकर्षित करता है।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह कैसे मनाएं?
सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन हर वर्ष केंद्रीय सतर्कता आयोग भवन में किया जाता है। इस वर्ष इस भवन में सुबह 11 बजे केंद्रीय सतर्कता आयोग सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सत्यनिष्ठा की शपथ ली जाएगी। जिसके साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत होगी। देश के अन्य हिस्सों में विभिन्न सरकारी तथा प्राइवेट जागरूकता संगठनों द्वारा इस सप्ताह को विशेष उद्देश्य के साथ मनाया जाता है। जिसमें प्रतिज्ञा की मुख्य भूमिका होती है। इस सप्ताह जगह जगह पर सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत आयोजन करते हुए लोगों को शपथ के पालन करने का आवाह्न किया जाता है।
निष्कर्ष
सतर्कता जागरूकता सप्ताह एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए सतर्कता और जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाता है। इस सप्ताह को मनाने से देशभर में एक नई ऊर्जा जागृत होती है जो कि भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए काफी मददगार साबित होती है। इस सप्ताह में लोगों को प्रतिज्ञा दिलाई जाती है और इस शपथ के माध्यम से सतर्कता और जागरूकता को बढ़ाया जाता है। हमें भी सतर्कता जागरूकता सप्ताह का हिस्सा बनना चाहिए और इस सप्ताह के उद्देश्यों को पूर्ण करने में अपना बहुमूल्य सहयोग देना चाहिए।