दोस्तों, आज के आर्टिकल के जरिए हम आपको शिक्षक दिवस पर निबंध प्रस्तुत करने वाले हैं। यह निबंध आपके विद्यालय में होने वाली प्रतियोगिताओं, परीक्षाओं इत्यादि में भी काम अवश्य आएगा। इसके साथ ही आपको शिक्षक दिवस से जुड़ी कई सारी जानकारियां भी प्राप्त होंगी। तो आइए जानते हैं, शिक्षक दिवस पर निबंध…
प्रस्तावना
प्राचीन काल में विद्यार्थियों को ज्ञान का धन प्रदान करने वाले को “गुरु” कहा जाता था। वर्तमान समय में गुरु को शिक्षक कहा जाने लगा है। गुरु एक ऐसा व्यक्ति होता है जो अपने ज्ञान के प्रकाश से समस्त विद्यार्थियों को प्रकाशित कर देता है। संस्कृत भाषा में भी गुरु शब्द का अर्थ, अंधकार दूर करने वाला बताया गया है।
शिक्षक की भूमिका
शिक्षक, समाज का ऐसा पद है जिसको सर्व सम्मानित माना जाता है। इस भूमिका में गुरु और शिष्य का एक अहम और पवित्र रिश्ता बनता है। बेशक किसी भी बच्चे की पहली शिक्षा उसे घर से प्राप्त होती है, उसके पहले शिक्षक उसके माता-पिता कहलाते हैं। लेकिन जीने का असल तरीका शिक्षक द्वारा ही सीखा जा सकता है। सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने वाले शिक्षक ही होते हैं।
शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?
भारत में प्रति वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह शिक्षक दिवस भारत की पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाता है। सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षा के क्षेत्र में काफी विश्वास रखते थे। वह एक महान दार्शनिक और शिक्षक थे। जिसके चलते उन्हें भी अध्यापन से बेहद प्रेम था। उनके अंदर एक आदर्श शिक्षक के सभी गुण विद्यमान थे। जिसके चलते उनके जन्म दिवस के दिन शिक्षक दिवस मनाए जाने का विचार हुआ। जिसके फलस्वरूप उनके जन्मदिवस पर शिक्षकों का सम्मान प्रकट करने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा।
शिक्षक दिवस का महत्व
5 सितंबर के दिन शिक्षक दिवस देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। प्राचीन काल से ही शिक्षकों की भूमिका विशेष रही है। शिक्षकों से मिलने वाला ज्ञान और मार्गदर्शन विद्यार्थियों को सफलता के शिखर तक पहुंचाने में मददगार साबित होता है। ऐसे में शिक्षक दिवस उन शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए समर्पित है। शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है। इसके साथ ही डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जो कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति थे, उनका जन्म दिवस भी मनाया जाता है।
उपसंहार
भारत के समस्त छात्रों को एक बेहतर मार्गदर्शन प्रदान करने वाले शिक्षकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता अर्पित करने के लिए यह उत्सव मनाया जाता है। निस्वार्थ भाव से शिक्षकों द्वारा अपनी भूमिका अदा करने के लिए शिक्षक दिवस के दिन उन्हें सम्मानित किया जाता है। यह शिक्षक दिवस विद्यार्थियों को शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका से अवगत कराता है।
ज्ञान का दीप जलाओ ऐसा,
जग शिक्षक का सम्मान करे।
ऐसी शिक्षा दीजिए,
जिससे वे तुम पर नाज करें।