ऑनलाइन फ्रॉड पर निबंध

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आज विश्व भर में इंटरनेट और कंप्यूटर का प्रयोग दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, मानव के अधिकतर कार्य ऑनलाइन रूप से जुड़ गए हैं, लेकिन इसी के साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड का भी सिलसिला बढ़ गया है तो आइए जानते हैं फिर ऑनलाइन फ्रॉड विषय पर निबंध, जिसमें आपको इससे जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त होगी।

आइए जानते हैं, ऑनलाइन फ्रॉड पर निबंध….

प्रस्तावना

आज भारत और दुनियाभर में कंप्यूटर और इंटरनेट के बिना किसी भी कार्य की कल्पना नहीं की जा सकती। हमारे रोजमर्रा के कार्य, व्यवसाय, मनोरंजन तथा अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को इंटरनेट के माध्यम से सरलता से पूरा किया जा रहा है। यही कारण है कि इंटरनेट का प्रयोग दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। भारत में डिजिटल इंडिया पॉलिसी के तहत डिजिटल पेमेंट को अत्यधिक बढ़ावा दिया गया है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में करोड़ों का लेनदेन डिजिटल पेमेंट के माध्यम से किया गया है। इस प्रकार आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ऑनलाइन पेमेंट व इंटरनेट किस स्तर पर प्रयोग किया जा रहा है।

ऑनलाइन फ्रॉड क्या है?

जब भी हम इंटरनेट से जुड़ते हैं, तब हम कई आघात को खुला आमंत्रण देते हैं। इसमे हैकर आपके सिस्टम पर सीधे संपर्क कर लेता है।  वह आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, आपके शॉपिंग पैटर्न से संबंधित जानकारियों को ले सकता है। यह कार्य करने के लिए हैकर अपना सॉफ्टवेयर आपके पीसी में स्थापित करके लगभग सभी जानकारियों को आपकी जानकारी के बिना हैकर के कंप्यूटर तक पहुँचा सकता है क्योंकि कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एवं इंटरनेट दिनोंदिन बहुत उन्नत एवं कठिन होते जा रहे हैं। इस कठिन परिस्थिति से सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। खासकर तब जब आप कोई ऑनलाइन लेन-देन अपने बैंक के माध्यम से करते हैं या ऑनलाइन शॉपिंग करने के दौरान पैसे का लेन-देन डिजिटल विधि से कर रहें हैं। इन सबसे बचने के लिए आत्मरक्षा एवं सुरक्षा के पहलुओं को जानने की जरूरत है।

एटीएम और डेबिट कार्ड से संबंधित धोखाधड़ी

साइबर फ्रॉड करने वाले आजकल एटीएम को बोट करने लगे है। भारत में लगभग 3.2 मिलियन डेबिट कार्ड में फ्रॉड की संभावनाएँ बनी हुए है। लेकिन इन बातों से भारतीय बैंक प्रणाली अनभिज्ञ बनी हुई है। भारतीय बैंक प्रणाली के पास इससे बचने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं है। अधिकतर हैकर चीन और अमेरिका से भारतीय बैंकों के पैसे लूट रहे है। इसका प्रभाव से एस.बी.आई. बैंक, आई.सी.आई.सी.आई बैंक, यस बैंक और एक्सिस बैंक के उपभोगक्ता बुरी तरह से प्रभावित है।

एटीएम मशीन में कार्ड डालने वाली जगह पर निकलने वाला एक्सटर्नल डिवाइस फिट कर दिया जाता है, जिससे जब एटीएम उपभोक्ता अपना कार्ड बोट की गई एटीएम मशीन में डालता है तो उसके कार्ड की सूचनाओं जैसे कार्ड संख्या, कार्ड की वैधता की तिथि तथा कार्ड का CVV क्रमांक इत्यादि को इस डिवाइस के माध्यम से हैकर प्राप्त कर सकता है। हैकर आपके डेबिट कार्ड के पिन को प्राप्त करने के लिए एटीएम मशीन कक्ष में माइक्रो कैमरा लगाते है तथा जब आप एटीएम मशीन से पैसे निकालने के लिए अपनी व्यक्तिगत पहचान संख्या (Personal Identification Number PIN) एटीएम मशीन में दर्ज करते है तो इसी वक्त हैकर द्वारा फिट किया गया कैमरा आपकी उँगलियों की हलचल को रिकॉर्ड कर लेता है, जिसके आधार पर हैकर आपके पिन को जान जाता है और इन सूचनाओं के माध्यम से हैकर आपके डेबिट कार्ड से ऑनलाइन शॉपिंग या आपके खाते से राशि की निकासी भी कर सकता है।

ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के उपाय?

  1. इस प्रकार की ऑनलाइन फ्रॉड में ओटीपी छुड़ाया जाता है ऐसे में आप अपने अकाउंट या एटीएम से जुड़ा कोई भी ओटीपी किसी के साथ शेयर ना करें।
  2. एटीएम में जाने के बाद अपना एटीएम पर गार्ड या किसी भी अन्य व्यक्ति को ना बताएं।
  3. अगर आपके साथ ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है तो इसकी जानकारी सबसे पहले अपने बैंक को दें।
  4. फोन पर आने वाले s.m.s. में यदि कोई लिंक आता है तो उस लिंक पर क्लिक ना करें क्योंकि अक्सर लिंक के जरिए है हैकर्स आपके फोन की सारी जानकारी निकाल लेते हैं।
  5. वित्तीय ट्रांजेक्शन के लिए कठिन पासवर्ड रखना जरूरी है। पासवर्ड अंक, अक्षर और सिंबल के मिक्स से कम से कम आठ लेटर का होना चाहिए. जन्मदिन, कार/बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर, मकान नंबर, मोबाइल नंबर आदि पासवर्ड ना बनायें। हर महीने पासवर्ड जरूर बदल दें।

उपाय

साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल का कहना है कि ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में फ्रॉड तेजी से बढ़ रहे हैं। ग्राहकों को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके अलावा, HDFC बैंक के प्रवक्ता ने कहा, ‘बैंक के पास आपकी सभी जानकारी मौजूद होती है और वह कभी ई-मेल से या फोन से आपसे CVV या OTP नहीं मांगता। इस तरह की जानकारी अगर कोई मांग रहा है तो वह खतरे का संकेत है। किसी से भी इस तरह की गोपनीय जानकारी शेयर ना करें। इस प्रकार अन्य विज्ञापनों के द्वारा भी आम जनता को ऑनलाइन फ्रॉड होने से बचाने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाती हैं। यदि आप उनका उचित रूप से पालन करते हैं तो निश्चित रूप से ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकते हैं।

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