मेरा भारत देश पर निबंध

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हमारे भारत देश के गौरव का डंका संपूर्ण विश्व में बजता हैं। भारत भूमि के कण कण में उत्सर्ग एवं शौर्य का इतिहास अंकित है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको “मेरा भारत देश” विषय पर निबंध लेकर प्रस्तुत हुए हैं। यह निबंध विद्यार्थियों के परीक्षाओं में बेहद सहायता करेगा। साथ ही आपको भारत देश के गौरव का उल्लेख प्रदान करेगा।

प्रस्तावना:-

यह धरती है वीरों की, यह धरती है हीरों की।
जहां देशप्रेम सर्वोच्च है, यह धरती है रणधीरों की।।

भारत एक ऐसा देश है जो सर्वगुण संपन्न है। इसकी महिमा अद्भुत है। यह महापुरुषों का देश है व वीरांगनाओ की भूमि है। इस देश का अतीत अत्यंत गौरवमय है। सोने की चिड़िया कहलाने वाले भारत देश को सभी देशों के समक्ष प्रेरणा समान माना जाता है।

भारत का आधुनिक युग:- भारत का इतिहास दशकों पुराना है। बीसवीं सदी में स्वतंत्रता प्राप्ति के आंदोलनों को एक व्यापक रूप दिया गया। महात्मा गांधी के नेतृत्व में कई अहिंसावादी व भारत के सामाजिक आंदोलनों को दिशा मिली। वहीं देश की आजादी की लड़ाई में सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुखदेव, राजगुरु, सरदार बल्लभ भाई पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र आदि स्वतंत्रता सेनानी शामिल रहें।

भारत की कई अहिंसावादी व क्रांतिवादी सामाजिक आंदोलनों का नेतृत्व डॉ बाबासाहेब आंबेडकर ने किया जिन्हें भारत के संविधान निर्माता व आधुनिक भारत के निर्माता के नाम से जाना जाता है। क्रांतिकारी संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी प्राप्त हुई। इसके पश्चात 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणराज्य बना। हालांकि भारत को बहुराष्ट्रीय होने के कारण कई बार सांप्रदायिक व जातीय द्वेष का सामना करना पड़ा।भारत की अब तक चीन व पाकिस्तान के साथ कई युद्ध हो चुके हैं।

भारत का भौगोलिक रूप:- भारत के उत्तर में हिमालय खड़ा है। यह संसार की सबसे ऊंची पर्वतमाला है।हिमालय की सबसे ऊंची चोटी है माउंट एवरेस्ट जो कि नेपाल की विश्व की कई महत्वपूर्ण नदियां गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र, कावेरी, गोदावरी नदी आदि भारत से होकर ही बहती है। भारत के उत्तर में विद्यांचल सतपुड़ा नाम की पहाड़ियां है। जिन्हें मैकाल पहाड़ी के नाम से भी जाना जाता है। भारत का दक्षिण भाग पूरा एक विस्तृत पठार है, जो कि दुनिया की सबसे प्राचीन स्थल खंड का हिस्सा है।

भारत की जलवायु की बात करें तो, भारत में छह प्रकार की जलवायु मिलती है लेकिन जिनमें बहुत विविधता व विशिष्टता मिलती है। भारत में कुल 6 प्रकार की ऋतुयें मनाई जाती रहीं हैं। जिनमें से भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा चार ऋतुओं का वर्णन किया जाता है, जैसे शीत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु व शरद ऋतु।

भारत का लोकतंत्र:- भारतीय संविधान की प्रस्तावना ने भारत को लोकतंत्रात्मक गणराज्य घोषित किया है। भारत में प्राचीन काल से ही लोकतांत्रिक शासन पद्धति विद्यमान है। विश्व में सबसे बड़ा लोकतंत्रात्मक राष्ट्र भारत ही है। भारत का संविधान इतना शक्तिशाली है कि यह प्रत्येक नागरिक को भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्रदान करता है।

भारतीय लोकतंत्र का आधार इंग्लैंड का लोकतांत्रिक स्वरूप रहा है। इंग्लैंड में केवल दो ही दल हैं, लेकिन भारत में अनेकानेक दल हैं। जिसके चलते देश में कई दलिया पार्टियां अपने सिद्धांतों व आदर्शों को लेकर चुनाव के अखाड़े में उतरती हैं। भारत का लोकतंत्र ही विश्व में भारत की अखंड पहचान बनाता है।

भारत की संस्कृति:- भारत देश विभिन्न धर्मों, भाषाओं व संस्कृतियों का मिश्रित रूप है। भारत की संस्कृति दुनिया की किसी भी क्षेत्र में नहीं मिलती। भारत की संस्कृति धरोहर पूर्ण तरह संपन्न है। इस धरती पर कई महान त्योहार मनाए जाते हैं, जैसे होली, दिवाली, ईद, दशहरा, पोंगल, क्रिसमस व ओडिम आदि। यह नृत्य, गीतों, भाषाओं की विविधता एकता का अनुभव कराती है।

भारतीय संगीत संस्कृति दो भागों में विभाजित है हिंदुस्तानी संगीत और कर्नाटक संगीत। वहीं भारतीय संस्कृति के अंतर्गत आने वाले लोक नृत्यों में पंजाब का भांगड़ा, असम का बिहू, गुजरात का गरबा, राजस्थान का घूमर इत्यादि शामिल हैं। भरतनाट्यम, कत्थक, उड़ीसी भारतीय संस्कृति के नृत्य कला हैं। भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी है, लेकिन अधिकतर लोगों द्वारा यहां क्रिकेट खेल को बेहद पसंद किया जाता है। वर्तमान में हमारे देश के खिलाड़ी खेल जगत में अपना नाम व अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं।

निष्कर्ष:- भारत का इतिहास, आधुनिक रूप, राजनीति अर्थशास्त्र व अन्य क्षेत्र बहूयामी हैं। भारत एक ऐसा देश है जिसकी तुलना किसी भी देश से नहीं की जा सकती। भारत की संस्कृति पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। भारत की परंपराओं को विदेशों में भी सम्मान प्राप्त होता है। खेल से लेकर हर क्षेत्र में भारत का नाम सबसे आगे रहता है। भारत के प्राकृतिक सौंदर्य तथा यहां की वीर गाथाएं भारत देश का नाम सदैव उज्जवल पटल पर अंकित करते हैं।

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