टेनिस खेल पर निबंध- Tennis par nibandh
टेबल टेनिस एक आउटडोर यानि घर से बाहर खेले जाने वाला खेल है। यह एक ऐसा खेल है, जो कि दुनियाभर में लोकप्रिय है। टेबल टेनिस खेल ने सर्वाधिक ख्याति प्राप्त करते हुए बहुत पहले से ही ओलंपिक खेलों में भी अपनी जगह बना ली। जिसके बाद से टेनिस खेल को ओलंपिक खेलों में गिना जाने लगा। टेबल टेनिस खेल को खेलना सरल नहीं होता है। इसके लिए आपको कुशल कौशल की आवश्यकता पड़ती है। परंतु यह खेल इतना रोचक है कि आप इसे खेलने के लिए लोगों की उत्सुकता तथा लगन बढ़ जाती है।
तो आइए आज इस लेख के माध्यम से हम आपको टेबल टेनिस के रोचक खेल पर एक निबंध प्रस्तुत करते हैं। इस निबंध में आपको टेबल टेनिस से संबंधित विषयों पर जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही इस निबंध का आप अपनी परीक्षाओं में भी प्रयोग कर सकते हैं।
प्रस्तावना – टेबल टेनिस चीन देश का राष्ट्रीय खेल है। जिसे संसार के कुल 71 देशों द्वारा खेला जाता है। इस खेल का एशियाई देशों में अधिक प्रभुत्व है।जब टेबल टेनिस खेलने की शुरुआत की गई थी। उस समय इस खेल को पिंग पोंग के नाम से जाना जाता था। इसके साथ ही पहले ही यह खेल घर के अंदर खेला जाता है। साथ ही इस खेल में टेबल तथा टेनिस यानि कि रैकेट का प्रयोग भी नहीं किया जाता है। उस समय हाथ के द्वारा गेंद को उछाल कर पिंग पोंग नामक खेल खेला जाता था। लेकिन जैसे जैसे इस खेल की लोकप्रियता बढ़ती गई। इस खेल के नाम से लेकर नियमों तक कई परिवर्तन किए गए। जिसके पश्चात् अब टेबल टेनिस के नाम से इस खेल को लाखों लोगों द्वारा खेला जाता है।
टेबल टेनिस खेल का इतिहास – इतिहासकारों के अनुसार, टेबल टेनिस खेल की शुरुआत सबसे पहले 12वीं शताब्दी में फ्रांस से मानी जाती है। जब इस खेल को इनडोर गेम यानि छत के नीचे खेले जाने वाले खेल के रूप में जाना जाता था। इतिहास में टेबल टेनिस खेल को हाथ के द्वारा खेला जाता था। जिसमें गेंद की अनिवार्यता रहती थी। उस समय इस खेल को जीउ दी पौमें यानि हथेली का खेल कहा जाता था। समय के साथ साथ जब इस गतिविधि को लोग पसन्द करते लगे तब इस खेल में परिवर्तन हुआ और 16वीं शताब्दी में इस खेल में रैकेट का प्रयोग किया जाने लगा। जिसके बाद से यह खेल टेनिस के नाम से पुकारा जाने लगा। 19वीं शताब्दी में इंग्लैंड में इस खेल के नए तथा उज्ज्वल इतिहास की शुरुआत हुई। सबसे पहले इस खेल में लकड़ी के रैकेट का उपकरण शामिल किया गया। अंतिम वर्षों में लॉन टेनिस का जन्म हुआ और यह खेल समस्त दुनिया में प्रसिद्ध हो गया।
टेबल टेनिस खेल – आधुनिक समय में टेबल टेनिस खेल को सेट्स द्वारा खेला जाता है। खेल में दो (एकल) या चार (युगल) के रूप में शामिल किया जाता है। इस खेल में तीन, पांच तथा सात सेट हो सकते हैं। जो भी खिलाड़ी दो या तीन सेट्स जीतता है उसे विजेता घोषित किया जाता है। एक सेट को जीतने के लिए एक खिलाड़ी को 11 अंकों को प्राप्त करना अनिवार्य होता है। टेबल टेनिस की विश्व स्तर पर मुख्य चार प्रतिस्पर्द्धा होती हैं। जो इस प्रकार हैं ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन, विंबलडन, यूएस ओपन। इन प्रतिस्पर्द्धाओं को ग्रेंड स्लेम कहा जाता है।
टेबल टेनिस खेल के उपकरण – टेबल टेनिस खेल में प्रयुक्त होने वाले महत्वपूर्ण उपकरण इस प्रकार हैं –
टेबल: इस खेल के लिए आवश्यक टेबल लड़की, एलमोनियम या कांच आदि किसी भी धातु से बनाया जा सकता है। इस टेबल का ठोस तथा सपाट होना आवश्यक है। इस टेबल की लंबाई 2,74 मीटर तथा चौड़ाई 1,52 मीटर होता है। टेबल पर खिलाड़ी के सेवा पक्षों को अलग करने के लिए सफेद लाइन का प्रयोग किया जाता है। टेबल के छोर को भी इसी सफेद लाइन से कवर किया जाता है।
संजाल: टेबल के ऊपर ही एक संजाल लगाया जाता है। जो कि टेबल के नीचे से संपर्क में रहता है। टेबल से 15,25 सेमी की ऊंचाई पर यह जाल प्रत्येक पक्ष से समान दूरी रखता है।
गेंद: टेबल टेनिस के खेल के इतिहास में भी गेंद का प्रयोग मुख्य रूप से किया गया है। इस प्रकार वर्तमान टेबल टेनिस में भी गेंद का महत्व है। यह गेंद सेल्युलाइड या इसी प्रकार की लड़की से बनी हो सकती है। जिसका वजन 2,47 ग्राम तथा व्यास 44mm का रहता है।
रैकेट: टेबल टेनिस रैकेट किसी भी आकार, आकृति तथा धातु का हो सकता है। लेकिन इन्हें विशेष रूप से 85% लकड़ी का बनाना उचित रहता है। इन रैकेट ब्लेड की मोटाई 7,5 या 0,35% से कम नहीं होती है।
उपसंहार: दुनिया के साथ साथ भारत देश में भी टेबल टेनिस खेल की उत्सुकता अधिक बनी हुई है। भारत में सानिया मिर्जा, महेश भूपति जैसे आदि प्रसिद्ध टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं। जो कि टेबल टेनिस की ओलंपिक प्रतिस्पर्धा में देश की ख्याति बढ़ाते रहे हैं। यह खेल इतना रोचक है कि लोगों में इस खेल को उच्च स्तर पर खेलने की इच्छा हमेशा बनी रहती है।