कुश्ती खेल पर निबंध

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कुश्ती खेल पर निबंध | kushti par nibandh| Essay on Wrestling in Hindi

खेल कूद एक ऐसी कला है, जो मनोरंजन के साथ ही व्यक्ति के शारीरिक विकास में भी बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। खेल के अन्तर्गत ऐसे कई खेल आते हैं जो कि राष्ट्रीय से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक आयोजित किए जाते हैं। इन्हीं में से एक खेल है कुश्ती।
आज हम आपके लिए कुश्ती का खेल विषय पर निबंध लेकर प्रस्तुत हुए हैं। इस निबंध में आपको कुश्ती के खेल से संबंधित विभिन्न जानकारी प्राप्त होगी।

कुश्ती का खेल पर निबंध”

प्रस्तावना: कुश्ती एक प्रकार का लड़ाकू खेल है। जो कि खिलाड़ियों के बीच खेला जाता है। यह ऐसा खेल है जो कि छोटे गांव के साथ साथ ही बड़े शहरों में भी देखने को मिलता है। आज भी गांव में लोग घेरे के अंदर कुश्ती के खेल का आयोजन करते हैं। गांव के सभी लोग दर्शक बनकर घेरे के चारों ओर खड़े होते हैं। वहीं शहरों में यह खेल व्यापक स्थान पर विभिन्न तैयारियों के साथ आयोजित कराए जाते हैं, जिनमें बड़े बड़े कुश्ती के खिलाड़ी आपस में कुश्ती लड़ते हैं। बड़े कुश्ती खेल के कार्यक्रम का आयोजन घर बैठे टीवी पर भी देखने का अवसर मिलता है। इस प्रकार कुश्ती का खेल हर उम्र के व्यक्ति के लिए एक मनोरंजन का साधन है।

कुश्ती के खेल का इतिहास: कुश्ती के इतिहास की बात करें तो 15000 साल वर्ष पूर्व कुश्ती के उत्पत्ति का माध्यम गुफा चित्रों को माना जाता है। बेबीलोन तथा मिस्त्र की विभिन्न प्राचीन कला कृतियां वर्तमान कुश्ती से संबंधित विभिन्न क्रियाओं को दर्शाती हैं। 12वीं या 13वीं शताब्दी ईसा पूर्व के इलियड जो कि ट्रोजन युद्ध का भी वर्णन करता है, उसमें कुश्ती का उल्लेख है। इसके अतिरिक्त भारतीय महाकाव्यों रामायण तथा महाभारत में कुश्ती का संदर्भ मौजूद है। रामायण काल में सुग्रीव तथा बाली के मध्य होने वाला युद्ध कुश्ती का ही रूप था। प्राचीन ग्रीस में कुश्ती के खेल ने एक प्रमुख स्थान को प्राप्त किया। 15वीं शताब्दी तक के मध्य युग तक कुश्ती खेल को फ्रांस, इंग्लैंड तथा जापान जैसे कई शाही राजघरानों द्वारा पसंद किया गया। इसके अतिरिक्त 1888 में पहला संगठित राष्ट्रीय कुश्ती टूर्नामेंट न्यूयॉर्क में गठित किया गया। पहली NCAA कुश्ती चैंपियनशिप 1912 में एम्स, आयोवा में आयोजित हुआ था।

कुश्ती की शैली: कुश्ती की शैली को दो भागों में विभाजित किया जाता है।


• फ्रीस्टाइल कुश्ती- 1904 के सेंट लुइस, मिसौरी में ओलंपिक के बाद से फ्रीस्टाइल कुश्ती ओलंपिक खेलों में रही है। फ्रीस्टाइल कुश्ती मार्शल आर्ट कुश्ती की एक शैली है, जो कि ओलंपिक में खेली जाने वाले कुश्ती की शैली में से एक है।

• ग्रीको रोमन- ग्रीको रोमन रेसलिंग कुश्ती की सबसे पुरानी शाखा है। इस खेल ने दुनियाभर की प्रशंसा को प्राप्त किया है। 1896 ओलंपिक गेम्स से शुरुआत करने वाली ग्रीको रोमन रेसलिंग को 1908 ओलंपिक गेम्स का नियमित खेल कर दिया गया।
इन दोनों शैलियों का अंतिम लक्ष्य अपने प्रतिद्वंदी को चटाई पर फेकना या पिन करना है। जिसके बाद ही तत्काल जीत प्राप्त होती है।

कुश्ती खेल का तरीका: कुश्ती के खेल में सबसे पहले दोनों खिलाड़ी कुश्ती के रखे गए गद्दों पर एक दूसरे से हाथ मिलाते हैं। इसके बाद खेल का रेफरी दोनों खिलाड़ियों की जांच करता है कि उनके पास कोई ऐसी वस्तु तो नहीं है जो खेल के दौरान नहीं होनी चाहिए।
जांच होने के बाद रेफरी दोनों खिलाड़ियों को उनके कोने में भेजता है। रेफरी सीटी बजाकर यह निर्देश देता है कि अब कुश्ती का खेल शुरू करो। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों में कुश्ती का खेल शुरू हो जाता है। एक पहलवान जितनी बार अपने विपक्षी खिलाड़ी को चित करता है उसे उसी प्रकार अंक प्राप्त होते हैं। अंत में जिस पहलवान के अंक अधिक होते हैं उसे विजयी घोषित कर दिया जाता है।

निष्कर्ष: भारत में कुश्ती का खेल अत्यंत लोकप्रिय है। ओलंपिक में आयोजित होने वाले कुश्ती के खेल में निम्नलिखित खिलाड़ियों ने
अपने देश का नाम रोशन किया है। हालांकि कुश्ती के खेल में आपको सर्वाधिक धन खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती, लेकिन यदि आप कुश्ती के खेल में रुचि रखते हैं तथा इस खेल को अपने जीवन का हिस्सा बनाने चाहते हैं तो आपको प्रारंभ से ही अपनी शारीरिक क्षमता को मजबूत बनाना होगा। शरीर को स्वस्थ रखने के साथ ही नियमित व्यायाम, स्वस्थ भोजन तथा विभिन्न नियमों को पालन करना होगा। निश्चित ही कुश्ती का खेल इतना रोमांचक है कि इसकी लोकप्रियता कभी समाप्त नहीं होगी।

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