संस्कार के निर्माण में समाज की भूमिका पर निबंध
प्रस्तावना जिस तरह से पर्वतों में हिमालय का, जलाशयों में सागर का, ज्योति पिंडों में सूर्य का जो स्थान है वही स्थान हमारे जीवन में संस्कारों का भी है। जिसके माध्यम से ही हमारे चरित्र को बल प्राप्त होता है। वे संस्कार ही हैं, जिनसे विभूषित होकर व्यक्ति का मूल्य और सम्मान बढ़ता है। संस्कार … Read more