मेट्रो रेल पर निबंध

मनुष्य ने कई सारे यातायात  के साधनो का अविष्कार किया है। इन परिवहन के साधनो का इस्तेमाल करके मनुष्य एक स्थान से दूसरे स्थान तक सरलता से पहुँच सकता है। रेल का आविष्कार भी मनुष्य के जीवन की बेहतरीन उपलब्धि है । लेकिन आरम्भ में रेल की यात्रा लम्बी हुआ करती थी।  यहाँ मनुष्य को अपने गंतव्य स्थान तक पहुँचने में कई दिन लग जाते थे। मनुष्य की यात्रा को और अधिक सरल बनाने के लिए मेट्रो रेल एक लाजवाब अविष्कार है। राजधानी दिल्ली में मेट्रो ने लोगो के यात्रा को आसान कर दिया है। लोगो को घर , दफ्तर इत्यादि जगह पहुँचने में  ज़्यादा समय भी नहीं लगता है। भारत के नौ राज्यों में मेट्रो रेल की सेवा चलती है , जिससे आम आदमियों को बहुत लाभ पहुंचा है। कोलकाता , दिल्ली , हैदराबाद , लखनऊ , बैंगलोर , चेन्नई , कोच्चि , मुंबई और जयपुर में मेट्रो रेल सेवा चलती है। इसके साथ कुछ जगहों पर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का कार्य चल रहा है।  उन जगहों के नाम है , गुवाहाटी , नागपुर , पुणे , भोपाल , इंदौर , अहमदाबाद , केरल , पटना और विजयवाड़ा।

भारत में सन 1984 में कोलकाता में मेट्रो रेल का आरम्भ हुआ था। कोलकाता में लोग ज़्यादातर मेट्रो रेल में यात्रा करना पसंद करते है। इससे समय की बचत होती है और लोग जल्दी अपने गंतव्य स्थान तक पहुँच जाते है। कोलकाता शहर  की लाइफ लाइन मेट्रो रेल है।

देश की राजधानी दिल्ली में मेट्रो रेल ने लोगो की यात्रा को सुविधाजनक बना दिया है। अभी दिल्ली में तकरीबन दो सौ मेट्रो रेल चल रही है। मेट्रो रेल के टिकट के पैसे ज़्यादा नहीं होते है।  इससे पैसो की  बचत होती है। मेट्रो रेल बिजली से चलती है।  इससे प्रदूषण नहीं फैलता है। मेट्रो रेल स्वचालित यानी आटोमेटिक होती है। मेट्रो रेल का दरवाज़ा अपने आप खुल और बंद हो जाता है।  इसके अंदर स्टेशन की घोषणा की जाती है। जो भी यात्री मेट्रो रेल में यात्रा करता है , उसे   टोकन  दिया जाता है।

लोग  मेट्रो स्टेशन के पलटफोर्म में प्रवेश पाने के लिए एक स्मार्ट कार्ड का प्रयोग करते है। मेट्रो स्टेशन और मेट्रो रेल , सामान्य ट्रैन की तुलना में बहुत साफ़ -सुथरा होता है। मेट्रो रेल सम्पूर्ण वातानुकूलित होते है। ज़्यादातर लोग मेट्रो से यात्रा करना बहुत पसंद करते है। साधारण बसों में लोगो को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।  वहां धुल , मिटटी और प्रदूषण का सामना करना पड़ता है।

मेट्रो रेल में बस की तुलना में भीड़ कम होती है और सफर आरामदायक होता है। मेट्रो रेल ने मनुष्य के यात्रा को सरल और सुगम बनाया है।  अक्सर जब लोग बसों में सफर करते है , तब ट्रैफिक जैम में फंस जाते है।  इससे लोगो को दफ्तर इत्यादि स्थानों तक पहुँचने में वक़्त लग जाता है।  इससे कार्य में देर हो जाती है।  मेट्रो रेल में ऐसा नहीं होता है। मेट्रो रेल में सफर करने से ट्रैफिक जैम जैसी समस्याएं उत्पन्न नहीं होती है। कोलकाता शहर में सबसे अधिक इसका उपयोग किया जाता है। यह भूमिगत रेलवे है।  यह बाकी परिवहन साधनो की तुलना में बेहद सस्ती पड़ती है।

दिल्ली में सबसे ज़्यादा प्रदूषण देश में दर्ज की गयी है | यह घनी आबादी वाले शहरों में से एक है | जब से दिल्ली में मेट्रो रेल की शुरुआत हुयी है , तब से यहाँ के लोगो का जीवन बहुत आसान हो गया है | दिल्ली में कोशिशें की जा रही है , कि सभी शहरों को मेट्रो रेल से जोड़ा जाए |दिल्ली में सम्पूर्ण प्रयास किया जा रहा है कि एक शहर से दूसरे शहर को मेट्रो रेल द्वारा सफलतापूर्वक जोड़ा जा सके | मेट्रो रेल का इस्तेमाल दिल्ली में लोग आने जाने के लिए ज़्यादा कर रहे है | इससे दिल्ली में प्रदूषण कम हो रहा है |

दिल्ली में मेट्रो रेल का आरम्भ दिसंबर को शाहदरा तीस हज़ारी से हुयी थी। मेट्रो रेल को अन्य विभिन्न  स्टॉप पर रुकने के लिए मेट्रो स्टेशन बनाया गया है। यहाँ मेट्रो ट्रैन तकरीबन बीस सेकंड के लिए रूकती है। दक्षिण कोरिया की एक कंपनी Rotem , हमारे देश के मेट्रो रेल की रचना अर्थात बनाती है। देश के अन्य कुछ राज्यों में मेट्रो रेल को आरम्भ करने का प्रयत्न किया जा रहा है।

दिल्ली की मेट्रो सम्पूर्ण दुनिया के सबसे व्यस्त सेवाओं में गिना जाता है। इसमें तकरीबन 229 स्टेशन के द्वारा एयरपोर्ट बस स्टॉप इत्यादि स्थानों से व्यवस्थित रूप से जोड़ा गया है। मेट्रो पूरे साल सवेरे पांच बजे से रात के ग्यारह बजे तक चलती है। कोलकाता में दुर्गापूजा उत्सव के वक़्त मेट्रो रेल सारी चलती है ताकि लोगो को भगवान् के दर्शन करने में असुविधा ना हो। मेट्रो रेल साफ़ सुथरा  होने की कुछ वजह है। वह है , यहाँ मेट्रो स्टेशन और मेट्रो रेल के अंदर  जैसे धूम्रपान , तम्बाकू इत्यादि ना सेवन करना  जैसे कुछ नियमो का लोगो को पालन करना ज़रूरी है। मेट्रो रेल में सुरक्षा का बहुत ध्यान रखा जाता है। मेट्रो रेल के अंदर AC की सुविधा होती है , जिसके कारण धूल , मिटटी डब्बे के अंदर नहीं आती है। मेट्रो रेल में औरतो की सुरक्षा का विशेष ध्यान दिया जाता है और सीसीटीवी कैमरा लगे होते है। सुरक्षा गार्ड का भी बंदोबस्त किया गया है।

मेट्रो रेल में तरक्की अच्छी बात है।  योजना केन्द्रो और सरकारों ने मेट्रो रेल के निर्माण के लिए वनो और वृक्षों की अंधाधुंध कटाई की है।  ऐसा नहीं होना चाहिए।  इससे प्राकृतिक संतुलन खतरे में पड़ सकता है। पर्यावरण को नुकसान ना हो , इस बात का ध्यान प्रशासन वालो को रखनी चाहिए।

निष्कर्ष

मेट्रो रेल की वजह से सड़क में यातायात के साधनो की कमी आयी है | मेट्रो रेल की वजह से लोगो को अब अधिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है | मेट्रो रेल से सफर करने के लिए लोगो को एक आरामदायक और स्वचालित साधन प्राप्त हुआ है |राजधानी दिल्ली के लिए यह विज्ञान द्वारा दिया गया बहुत बड़ा वरदान है | लोगो की ज़िन्दगी और रोज़ाना सफर में तेज़ी मेट्रो रेल लेकर आया है | अन्य परिवहन साधनो के मुकाबले , मेट्रो रेल से यात्रा करना सस्ता पड़ता है |

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