छुट्टी पर निबंध / Essay on Vacation in Hindi

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छुट्टी पर निबंध / Essay on Vacation in Hindi

छुट्टी नामक  शब्द सुनते ही बच्चे और बड़े सभी खुश हो जाते है।  उनकी मुस्कराहट खुद ही बयान कर देती है कि छुट्टी का नाम सुनकर वह कितने  खुश है। हर दिन लोग अपने घर और दफ्तर के काम में व्यस्त रहते है। लगातार काम करते करते वह शारीरिक और मानसिक रूप से थक जाते है। छुट्टी की आवश्यकता बच्चे और बड़े दोनों को होती है। छुट्टी एक वह दिन होता है जहां लोग आराम करते है और थकान मिटाते है। हफ्ते में एक छुट्टी की ज़रूरत सभी को होती है।  हफ्ते की एक या दो दिन की छुट्टी में लोग वह काम भी पूरा कर लेते है जो हर दिन नहीं कर पाते जैसे घर की साफ़ सफाई , बाजार जाना इत्यादि।

सिर्फ एक  दिन की  छुट्टी भी पर्याप्त नहीं होती जिससे लोगो का तनाव दूर हो जाए। लगातार काम करते करते लोगो के जीवन में बोरियत आ जाती है।  छुट्टी  के माध्यम से  लोगो का थकान , तनाव और बोरियत दूर हो जाता  है। कुछ दिनों के लिए अपने काम से  छुट्टी हर किसी को लेनी चाहिए। काम से कुछ दिनों के लिए ब्रेक लेने पर लोग फिर से नए उमंग और स्फूर्ति  के साथ अपना काम करते है।

जब लोगो को कुछ दिनों के लिए छुट्टी मिलती है तब वह अपने दोस्तों के साथ घूमने चले जाते  है। छुट्टी के दिनों में लोग अपने परिजनों के साथ समय बिताते है। छुट्टियों में विद्यार्थी कॉलेज या विद्यालय  नहीं जाते है। सभी लोग छुट्टियों का बेसब्री से इंतज़ार करते है।

आज कल सभी लोग  हर दिन सफलता प्राप्त करने के लिए घंटो काम करते है।आजकल विद्यालय में पाठ्यक्रम और विषय सभी बढ़ गए है।  बच्चो को हर समय किताबो में डूबे रहना पड़ता है ताकि उन्हें अच्छे प्रतिशत मिल सके।  ऐसे में जब उन्हें गर्मी और सर्दियों की छुट्टी मिलती है तब उन्हें  कुछ दिनों के लिए आराम मिलता है। अक्सर अभिभावक अपने बच्चो को छुट्टी पर बाहर घूमाने ले  जाते है।  इससे उनका मन बहल जाता है और वह बेहद खुश हो जाते है।  हर दिन के तनाव से उन्हें जैसे मुक्ति मिल जाती है।

बच्चो के लिए गर्मियों की छुट्टियां वरदान से कम नहीं होती है ।  पढ़ाई का लगातार दबाव कम हो जाता है।  उन्हें खेलने का मौका मिलता है। गर्मियों की छुट्टियों में बच्चे अपने माता पिता के साथ दादा दादी के घर  चले  जाते  है।

दादा दादी या नाना नानी के घर पर अपने रिश्तेदारों और भाई बहनो  से मिलकर बेहद खुश होते है।  गाँवों में छुट्टियों के समय बच्चे आम के पेड़ से आम तोड़ते हुए नज़र आ जाते है।  परिवार के साथ आनंद और ख़ुशी के पल व्यतीत करते है।

गर्मियों की छुट्टियों में बच्चे बर्फ का गोला और आइस क्रीम का लुफ्त उठाते है। छुट्टियों में परिवार के साथ पिकनिक जाने का आनंद ही कुछ और होता है।पिकनिक के बेहतरीन पल हर परिवार को याद रहते है। कुछ लोग ठंडी की छुट्टियों का आनंद लेते है।  बाहर जाते है और मित्रो से मिलते है। ठंडी की छुट्टियों में अक्सर परिवारों को बाहर जाते हुए देखा गया है।

छुट्टियों की योजना लोगो को अच्छे से बनानी चाहिए।छुट्टियों को सिर्फ सोने और मौज मस्ती करने में व्यतीत नहीं करना चाहिए। जो लोग अपने काम को लेकर गंभीर रहते है , वह अपने छुट्टियों की योजना बनाते है। विद्यार्थी छुट्टियों में अपने आने वाले परीक्षा की तैयारी करते है और नोट्स बनाते है।

विद्यालयों में विद्यार्थियों पर लगातार कक्षाओं में उपस्थित होने का दबाव बना रहता है।  आजकल तो विद्यार्थी प्रोजेक्ट वर्क , गृहकार्य और परीक्षाओ में उलझ कर रह जाते है। उन्हें अपने आराम के लिए समय नहीं मिल पाता।  छुट्टी एक ऐसा जरिया है जिससे उन्हें मानसिक रूप से आराम मिलता है।मस्तिष्क और शरीर के आराम के लिए छुट्टी लेना आवश्यक है।

अत्यधिक और नियमित रूप से बिना ब्रेक के काम करते रहने से मन मस्तिष्क पर असर पड़ता है। छुट्टी इन सब परेशानियों का उपाय है। छुट्टियों में लोगो को यात्रा करने के पश्चात , अपने कार्यो की एक सूची बना लेनी चाहिए।  इससे यात्रा करके आने के बाद मन नहीं भटकता है ।

अत्यधिक छुट्टियों का भी गलत प्रभाव पड़ सकता है। अत्यधिक छुट्टियों से लोगो की एकाग्रता पर प्रभाव पड़ता है।अतिरिक्त छुट्टी लेना भी अच्छा नहीं होता।  इससे कार्य में रूकावट पैदा होती है।

निष्कर्ष

छुट्टियों में मज़े करने के साथ अपने कार्यो की योजना बना लेनी चाहिए।छुट्टियों की योजना अच्छे तरीके से बनानी चाहिए। छुट्टियों का सही उपयोग व्यक्ति को सफल बनाता है।

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