छुट्टी का दिन पर निबंध

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आजकल लोग अपने काम में हमेशा व्यस्त रहते है।  लोग तरक्की के पीछे इतना  भागते है कि उन्हें अपने लिए वक़्त नहीं मिल पाता है। सभी काम करते करते , तनाव में आ जाते है। चाहे वह दफ्तर जाने वाले , या फिर महिलाएं जो घर पर रोज़ाना काम करती हो , चाहे बच्चे जो पढ़ाई और परीक्षा की वजह से तनाव में रहते है। इसलिए समय समय पर छुट्टी लेना सभी के लिए आवश्यक होता है। इससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों अच्छा रहता है।  छुट्टी पर कुछ दिनों के लिए अपनों के साथ समय बिताना या बाहर घूमने जाने से तनाव दूर होता है और फिर नए सिरे से काम करने की ऊर्जा मिलती है।

छात्रों के लिए छुट्टी का विशेष महत्व होता है।बच्चे हर दिन विद्यालय , पढ़ाई , गृहकार्य , परीक्षा और असाइनमेंट्स से घिरे रहते है। उनको भी कभी कभी पढ़ाई से ब्रेक लेना ज़रूरी होता है। हर समय पढ़ाई करते रहने से विद्यार्थियों का सम्पूर्ण विकास नहीं हो पाता है। इसलिए उन्हें थोड़ा समय निकालकर जो उन्हें करना अच्छा लगता है , उस पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

चित्रकारी , संगीत , नृत्य या फिर शिल्प से जुड़े चीज़ो को सीखना चाहिए। बच्चे अक्सर ऐसे चीज़ो में प्रशिक्षण लेते है।  इससे उनका मनोरंजन भी होता है और उन्हें नया सीखने को मिलता है।गर्मियों और सर्दियों के छुट्टियों के लिए बच्चे हमेशा उत्साहित रहते है।  वह नए जगह पर जाकर बहुत उत्साहित रहते है। जब वह अलग अलग जगहों पर छुट्टियां मनाने जाते है उनसे नयी यादें पनपती है और कुछ नया सीखते है।बच्चो को नए शहर और नए जगहों पर घूमना अच्छा लगता है। उन्हें नए शहरों के बारे में जानकर बहुत अच्छा लगता है।  उन्हें शहरों के बारे में नयी रोचक बातें जानकर अच्छा लगता है।

जब बच्चो या विद्यार्थियों को छुट्टी मिलती है , तो उन्हें परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताने का मौका मिलता है।  बड़े कभी छुट्टी के दिनों में बच्चो के साथ बच्चे बनकर उनके साथ खेलते है।बच्चो को जब अपने भाई बहनो के साथ खेलने का मौका मिलता है , तब उनको ख़ुशी मिलती है। विद्यार्थियों को छुट्टियों में अपने परीक्षा को तैयार करने का मौका मिलता है।  कैसे टाईमटेबल के अनुसार पढ़ना है उसके लिए भी समय मिलता है।

मनुष्य अपने मन मर्ज़ी की चीज़ें करती है। जब रोज एक ही काम और एक ही जैसा जीवन गुजारना पड़ता है , तब निश्चित तौर पर हम ऊब जाते है।इसलिए छुट्टियां जीवन में एक नयी ऊर्जा और उमंग भर देती है। फिर से हम नए जोश के साथ हम अपने दैनिक जीवन में कार्य करते है।जो महिलाएं घर और बाहर दोनों जगह काम करती है उनके लिए भी छुट्टी आवश्यक होती है। कामकाजी महिलाओं को छुट्टियों की सबसे अधिक ज़रूरत होती है।  छुट्टियां जैसे हर एक के जीवन में दवाई का काम करता है।

बड़ो की जिन्दगी बच्चो से अधिक तनाव भरी होती है। कामकाजी औरतों को छुट्टियों का इंतज़ार रहता है ताकि वह अपने परिवार और प्रियजनों के साथ समय व्यतीत कर सके।महिलाओं को छुट्टी की ज़रूरत अधिक होती है क्यूंकि वह बाहर काम करने के साथ घर पर आकर भी काम करती है।

छुट्टी मिलने पर उन्हें आराम करने का अवसर  मिलता है। इससे उन्हें फिर से काम करने की अलग ही स्फूर्ति मिलती है।  कामकाजी महिलाओं का जीवन व्यस्त होता है। वह चाहकर भी परिवार को वक़्त नहीं दे पाती है तो छुट्टियों में  अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका देती है।

अगर व्यक्ति बिना रुके काम करता रहा तो वह थक जाएगा और अच्छे से काम नहीं कर पायेगा।  छुट्टी बहुत ज़रूरी है जो लोगो को आराम करने के साथ मनोरंजन भी देती है।  उनका मूड अच्छा हो जाता है और नए उत्साह के साथ फिर दफ्तर में काम करने लगते है।

छुट्टी के बिना मनुष्य जैसे चिड़चिड़ा हो जाता है।  काम में मसरूफ होने की वजह से प्रियजनों के साथ समय नहीं मिल पाता है।  लोग उन्नति करने  और धनवान बनने के चक्कर में परिवार के लोगो को वक़्त नहीं दे पाते है। रिश्तों में जैसे दूरियां आ जाती है।छुट्टियां रिश्तों को मज़बूत बनाती है।

कामकाजी मनुष्यो को जिन्दगी सही तरह से बिताने के लिए छुट्टी की ज़रूरत होती है , अन्यथा काम का दबाव वह सहन नहीं कर पाते है।

निष्कर्ष

छुट्टियां हर किसी के लिए ज़रूरी है।  यह जीवन का संतुलन बनाये रखने में मदद करती है।बिना रुके हर दिन काम करने से मन और स्वास्थ्य दोनों पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए वक़्त वक़्त पर छुट्टी लेना और घूमने जाना मनुष्य के मन को ताज़ा कर देती है। उनका मन प्रसन्न रहता है।  छुट्टियां हमे बर्बाद नहीं करना चाहिए।  उसका सही से  इस्तेमाल करना चाहिए।छुट्टी में जैसे ही मनुष्य को आराम मिल जाता है।  उसके बाद वह और अधिक  फुर्ती से काम करता है।

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