गर्मी की छुट्टियों पर निबंध

वर्षभर हर किसी को गर्मी की छुट्टियों का बेसब्री से इंतजार होता है। क्योंकि इन गर्मियों की छुट्टियों में ही हर कोई अपने परिवार के साथ घूमने जा पाता है। आज हम गर्मी की छुट्टियों पर निबंध लेकर प्रस्तुत हुए हैं। इसके जरिए आपको गर्मी की छुट्टियों में मिलने वाले आंनद और अन्य बातों की जानकारी मिलेगी।

चलिए जानते हैं, गर्मी की छुट्टियों पर निबंध…..

प्रस्तावना

बच्चों से लेकर बड़ों तक हर कोई गर्मी की छुट्टियों को पसंद करता है। गर्मियों के छुट्टियों के दिन सबसे आनंदमय दिन होते हैं। इन छुट्टियों में बच्चों को सबसे ज्यादा खुशी होती है। क्योंकि इन दिनों उनके सिर पर पढ़ाई का बोझ नहीं होता है और वह पूरी तरह से अपनी छुट्टियों का आनंद ले पाते हैं।

मेरी गर्मी की छुट्टियां

मै हर वर्ष गर्मियों की छुट्टियों में अपनी नानी के घर रूकने जाया करती हूं। यही कारण है कि पूरे साल भर मुझे गर्मियों की छुट्टियों का इंतजार रहता है। अपनी नानी के घर में कच्ची अमिया खाती हूं और ढेर सारा आनंद लेती हूं। मेरे मित्र भी गर्मियों की छुट्टियों में अपनी अपनी पसंदीदा घूमने जाया करते हैं। इसके बाद जब नए सत्र में हम वापस विद्यालय जाते हैं तब सभी एक दूसरे से गर्मियों की छुट्टियों में बिताए गए समय के विषय में बातें करते हैं।

गर्मी की छुट्टियों का आनंद

छोटा हो या बड़ा हर कोई गर्मी की छुट्टियों के लिए बड़ा उत्साहित रहता है। इतना ही नहीं गर्मी की छुट्टियों के आते ही घर में हमारी मम्मी, दादी- नानी भी खूब स्वादिष्ट मीठे तथा ठंडी रस की रेसिपी भी तैयार कर लेती हैं। जिनका आनंद हम सब मिलकर उठाते हैं। अपने दोस्तों के साथ नदी में तैरने जाना और शाम के समय तक खेल खेलना यह सब हमें गर्मियों की छुट्टियों के समय पर ही तो करने को मिलता है।

गर्मी की छुट्टी का एक प्रसंग

एक बार की बात है, जब मैं पिछले दिनों गर्मी की छुट्टियों में नैनीताल अपने परिवार के साथ गया था। तब वहां मैंने नैनी ताल में एक बड़ा सा मगरमच्छ देखा था जिसको देखकर मैं बहुत डर गया था और चिल्लाने लगा था। लेकिन जब मैंने अपने पापा को यह बात बताई तो वो बिल्कुल भी नहीं डरे और मुझे उसके पास लेकर गए। जब मैं उसके पास गया तो वो एक बड़ी से पेड़ की लड़की का हिस्सा था। जिसकी आकृति मगरमच्छ जैसी लग रही थी। इस बात से सभी लोग मुझ पर हंसने लगे। फिर मुझे भी खूब हंसी आने लगी। मैंने फिर उस ताल में ढेर सारी रंग बिरंगी मछलियां देखी जिससे मेरा सारा डर निकल गया और मैं उस दृश्य का आंनद लेने लगा।

निष्कर्ष

गर्मी की छुट्टियों हर किसी को यूं नहीं पसंद होती हैं, इसमें हमें हर किसी के पास जाने का मौका मिलता है और अपनी मनपसंद चीजें करने का मौका मिलता है। हालांकि पिछले दो सालों से कोरोना वायरस के चलते गर्मी की छुट्टियां का मजा फीका हो गया। लेकिन इसके बाबजूद हमने अपनी गर्मियों की छुट्टियों में बहुत कुछ सीखा। याद रहे, गर्मी की छुट्टियों का मतलब बस घूमना, फिरना और खाना नहीं होना चाहिए बल्कि इन छुट्टियों में हमें खुद में सुधार लाना चाहिए साथ ही अपनी रुचिकर कार्यों में निपुण होना चाहिए।

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