ओमीक्रोन वेरिएंट पर निबंध

ओमीक्रोन वेरिएंट पर निबंध | omicron variant in hindi Paragraph

ओमीक्रोन omicron : दुनियाभर के तमाम देश कोरोना वायरस के कारण पैदा हुईं विषम परिस्थितियों को सामान्य बनाने के लिए एकजुट होकर प्रयास कर रहे हैं। लेकिन इसी बीच अब दुनिया में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ने अपना कहर बरसाना शुरू कर दिया है। इस वेरिएंट के आने से सभी देशों में हलचल मच गई है। इस नए वेरिएंट से बचने के लिए विश्व के समस्त देश सतर्क हो गए हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह वेरिएंट डेल्टा प्लस वेरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है।

आज इस लेख के माध्यम से हम आपके लिए कोरोना के नए वेरिएंट (ओमीक्रोन ) विषय पर निबंध लेकर प्रस्तुत हुए हैं। इस निबंध के माध्यम से आपको इस नए वेरिएंट से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होगी।

प्रस्तावना: सर्वप्रथम दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए ओमीक्रोन वेरिएंट की पुष्टि की गई। 8 नवंबर को इस वायरस से संक्रमित पहला मरीज दक्षिण अफ्रीका में पाया गया। जिसके बाद यह वेरिएंट अब तक 34 देशों में फ़ैल चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस विषय पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। डब्ल्यू एच ओ के मुताबिक ओमीक्रोन वेरिएंट में अधिक म्यूटेशन होने के कारण यह कोरोना महामारी को व्यापक स्तर पर प्रभावित कर सकता है। ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों पर सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। कुछ देशों में दक्षिण अफ्रीका से लौटने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही क्वारांटाइन करना शुरू कर दिया गया है।

ओमीक्रोन वेरिएंट के मरीज में मिलते हैं ये लक्षण: इस वेरिएंट के लक्षण अन्य वेरिएंट के मुताबिक हल्के नजर आ रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ओमीक्रोन वेरिएंट के पाए जाने वाले म्यूटेशन बेहद तेज है। इस म्यूटेशन का अर्थ यह होता है कि बीमारी का संक्रमण तेजी से शरीर में फैलेगा लेकिन इसके लक्षण तथा बीमारी कम रहेगी। एक रिसर्च के अनुसार, ओमीक्रोन वेरिएंट दो अलग अलग वायरसों का रिकॉम्बिनेशन है। यद्यपि ओमीक्रोन नामक इस नए वेरिएंट के लक्षण कोरोना वायरस के लक्षणों से बिल्कुल भिन्न है।

तथापि कुछ एक्सपर्ट्स ने यह बताया है कि ओमीक्रोन वेरिएंट में लोगों को उल्टी तथा बैचैनी की समस्या होती है। नाड़ी की गति तेज हो जाती है साथ ही स्वाद व गंध की शक्ति भी क्षीण हो जाती है। बदन दर्द, गले में खराश तथा कमजोरी इसके प्रमुख लक्षण है। विश्लेषण के आधार पर, ओमीक्रोन के लक्षणों में सामान्य सर्दी का लक्षण ही बाकी वायरसों से मिलता जुलता है।

ओमीक्रोन से कैसे बच सकते हैं? वैज्ञानिकों के मुताबिक, अभी देश में ओमीक्रोन वेरिएंट के मरीज अधिक नहीं निकले हैं। हालांकि इसके साथ ही इस वेरिएंट को अभी अधिक घातक भी साबित नहीं किया गया है। लेकिन ऐसे में यह विचार करना कि इस वेरिएंट का सामान्य जीवन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, अनुचित होगा। क्योंकि इस वेरिएंट के संक्रमण की क्षमता बेहद तेज है। जिसके चलते संक्रमण दर में वृद्धि की अधिक संभावनाएं हैं।

अतः यदि आप इस नए वेरिएंट के संक्रमण के चपेट में आने से बचना चाहते हैं, तो सरकारी गाइडलाइन का सतर्कता से पालन करें। जब तक इस वेरिएंट के रोकथाम तथा बचाव हेतु मुख्य उपाय सामने नहीं आते हैं। तब तक इस वेरिएंट से बचने के लिए भीड़ भाड़ से दूर रहें। मास्क का उचित प्रयोग करें। हाईजीन नियमों का पालन करें। अस्पतालों में भी वेंटिलेशन तथा अन्य आवश्यक सामग्री जुटा कर रखें। इसके अलावा, हर व्यक्ति वैक्सीन जरूर लगवाए।

भारत पर ओमीक्रोन वेरिएंट का प्रभाव: दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्रोन वेरिएंट के संक्रमित मरीज मिलने के बाद से ही दुनिया के तमाम देशों में भी संक्रमित व्यक्ति सामने आने लगे है। जिसके साथ ही अब भारत में भी ओमीक्रोन वेरिएंट अपने पैर पसार चुका है। देश के विभिन्न राज्यों में वेरिएंट के मरीज देखे जा रहे हैं। जो कि भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर आ रहे हैं। इसके अतिरिक्त हर दिन राज्यों ने ओमीक्रोन से संक्रमित एक नया मरीज सामने आया है। सूत्रों के अनुसार भारत में अब तक ओमीक्रोन वेरिएंट के 34 मरीज देखे गए हैं।

निष्कर्ष: समस्त दुनिया में इस नए वेरिएंट को लेकर हड़कंप मच गई है। प्रत्येक देश इस वेरिएंट से अपने देश को बचाने के लिए प्रयासरत है। हम सभी जानते हैं कि कोरोना वायरस ने देश की स्थिति अत्यंत दयनीय कर दी थी। दुनियाभर में विनाशकारी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। ऐसे में नए वेरिएंट के पूरे तरीके से भारत में आने से पहले ही प्रत्येक व्यक्ति को सतर्क होना आवश्यक है।

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