मेरे सपनों का भारत पर निबंध

सोने की चिड़िया कहलाने वाला भारत देश आर्यावर्त की भूमि है। दुनियाभर में भारत की एकता तथा अखंडता का गुणवाच किया जाता है। आज हम आपके लिए इस लेख के माध्यम से मेरे सपनों का भारत विषय पर निबंध लेकर प्रस्तुत हुए हैं।

प्रस्तावना: भारत में प्रत्येक धर्म, जाति तथा समुदाय के लोग मिल जुलकर रहते हैं। सबको समान अधिकारल प्राप्त है। मेरे देश में सभी धर्म के लोग एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते हुए आपसी भाईचारे की भावना को उजगार रखें तथा एक दूसरे के प्रति प्रेम का भाव बनाए रखें। यहीं मेरा सपना है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। लोकतंत्र के आधार पर प्रत्येक नागरिक एक समान है। भारत देश के प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार तथा समान कर्त्तव्यों का पालन करना अनिवार्य है।

मेरे सपनों का भारत: मेरे सपनों का भारत शिक्षित, समृद्ध तथा खुशहाली से भरपूर है। जहां ओज प्रदान करने वाली सूरज की पहली किरण व्यक्ति को ओजस्वी बना देगी। रात की चांदनी भारतवासियों के मन को शीतल तथा पावन करने वाली होगी। मेरे सपनों के भारत में धान के लहलहाते खेत होंगे, उन फसलों की हरियाली किसानों के चेहरे पर खुशी लेकर आएगी। प्रत्येक व्यक्ति सामाजिक भावना से परिपूर्ण होगा। मुश्किल समय में प्रत्येक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का साथ देगा। उत्तर में खड़ा हिमालय, गंगा – यमुना – सरस्वती नदियों का उद्गम तथा वनस्पतियों की श्रृंखला में भारत का नाम अग्रणी है। देश की खूबसूरती मेरे सपनों के भारत की प्रमुख तस्वीर है। यहां का सर्द मौसम, बसंत की बहार तथा गर्मियों में बच्चों का गलियों में अटखेलियां करना मेरे सपनों के भारत की एक उद्भूत तस्वीर है।

उज्ज्वल भारत की तस्वीर: मेरे सपनों का भारत प्रत्येक क्षेत्र में उन्नतिशील होगा। विकास की ओर अग्रसर भारत देश एक विकसित देश बनेगा। जहां हर नागरिक प्रशिक्षित तथा ज्ञान से परिपूर्ण होगा। अपने हुनर तथा कौशल को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहेगा। अपनी कौशलता से भारत का हर नागरिक देश का तथा अपना नाम रोशन करेगा। शिक्षा, मेडिकल, उद्योग के क्षेत्र में उच्च स्तर पर विकास होगा। शिक्षा क्षेत्र में देश की संस्कृति तथा सभ्यता, ज्ञान विज्ञान, अंतरिक्ष अनुसंधान आदि की शिक्षा प्रदान की जाएगी। जिसके साथ मेरा सपनों का देश एक उत्कृष्ट कोटि पर शिक्षा में उन्नति करेगा। मेरा सपनों का देश दुनियाभर में स्वच्छता की मिसाल कायम करेगा। भारत का हर युवा देश को तरक्की की राह पर लेकर जाएगा।

राष्ट्रीयता परम धर्म: मेरे देश में हर एक भारतवासी का परम धर्म राष्ट्र की सेवा करना होगा। हर नागरिक अपने अपने स्तर देश के हित में कार्य करेगा। सैनिकों तथा देश की बागडोर संभालने वाली पीढ़ी को सम्मानित दर्जा प्रदान किया जाएगा। जन-जन के मुख पर भारत माता की जय होगी। हर बच्चा वंदे मातरम् का जयघोष करेगा। देश का हर उत्सव एकता व सौहार्द से मनाया जाएगा।

निष्कर्ष: हमारा भारत देश ऐसी तपोभूमि है, जहां विद्वानों तथा ज्ञान के प्रकाश का भंडार रहा है। ऐसे में भारत देश दुनियाभर के तमाम देशों से एक अलग पहचान रखता है। मेरे सपनों का भारत वास्तव में एक अनोखा तथा सबको प्रेरित करने वाला होगा।

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