रक्त दान पर निबंध

आज हम आपके लिए रक्त दान पर निबंध लेकर आएं हैं। इस निबंध के माध्यम से आपको यह जानकारी अवश्य मिलेगी कि आखिर रक्तदान क्या है? रक्त दान क्यों आवश्यक है और इसका क्या महत्व है?

तो चलिए जानते हैं, रक्त दान पर निबंध…

प्रस्तावना

यूं तो दान कई प्रकार के होते हैं, लेकिन किसी की जान बचाने के लिए अगर आप किसी को अपना रक्त देते हैं उससे बड़ा दान कोई नहीं हो सकता है। इसलिए रक्तदान को महादान भी कहा जाता है। रक्तदान एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए आप किसी की जान बचा सकते हैं। वर्तमान समय में लोगों के अंदर रक्तदान को लेकर जागरूकता बढ़ती जा रही है। इतना ही नहीं हर साल 14 जून को दुनिया भर में विश्व रक्त दिवस मनाया जाता है।

विश्व रक्त दिवस (14 जून)

विश्वभर में प्रत्येक साल 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। दरअसल, महान वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन का जन्‍म 14 जून 1868 को हुआ था। उन्होंने मानव रक्‍त में उपस्थित एग्‍ल्‍युटिनि‍न की मौजूदगी के आधार पर रक्‍तकणों का ए, बी और ओ समूह की पहचान की थी। रक्त के इस वर्गीकरण ने चिकित्सा विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी इसी खोज से आज करोड़ों से ज्यादा रक्तदान रोजाना होते हैं और इसी के कारन लाखों की जिंदगियां बचाई जाती हैं। इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा रक्तदान दिवस मनाने के लिए 14 जून का दिन चुना गया।

रक्त देने से पहले जान लीजिए यह बातें

  1. आप अपने शरीर के वजन के 8ML/KG तक दान कर सकते है।
  2. भारत में 350/450 मिलीलीटर के रक्तदान बैग का इस्तमोल किया जाता है। इसका मतलब यह है कि हम अपने अधिशेष से रक्तदान करते है।
  3. एक बार रक्तदान करने के बाद 90 दिनों के बाद आप दोबारा रक्तदान कर सकते हैं।
  4. 18 से 65 वर्ष के बिच की आयु वर्ग का कोई भी व्यक्ति रक्तदान कर सकता है।
  5. रक्तदान करने वाले व्यक्ति का वजन 45 किलों से कम नहीं होना चाहिए।
  6. रक्तदान करने वाला पिछले एक वर्ष दौरान किसी भी बड़ी बीमारी से ग्रसित नही होना चाहिए।
  7. रक्त दान से पहले लाइट स्क्रेक्स और 200 मिलीलीटर (गैर एल्कोहल) पीने से आपकों और अधिक आरामदायक महसूस होगा।

रक्तदान से फायदे/लाभ/ गुण

रक्तदान एक ऐसी प्रक्रिया है व ऐसा दान है, जो रक्त प्राप्तकर्ता के साथ ही रक्तदाता को भी लाभ प्रदान करता है। रक्तदान करने वाले को विभिन्न फायदें होते हैं, जो कि निम्नलिखित हैं-

  1. रक्तदान से व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार होता है, हार्ट अटैक की आंशका कम हो जाती है।
  2. शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा स्थिर रहती है, ऑक्सीजन का संचालन उचित प्रकार से होता है।
  3. रक्तदान के माध्यम से आपका वजन भी कम हो सकता है। इसलिए रक्तदान साल में दो बार अवश्य करना चाहिए।
  4. रक्तदान करने से शरीर में आयरन का लेवल बैलेंस रहता है और खून का थक्का नहीं जमता है।
  5. रक्तदान से शरीर में नए टिश्यू बनते हैं जिससे कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है।
  6. रक्तदान से निसंदेह मानसिक शांति अथवा संतुष्टि मिलती है।

उपसंहार

रक्तदान एक सरल तथा विशेष प्रक्रिया है, लेकिन इसके माध्यम से जब किसी व्यक्ति की जान बचती है और उसके परिवार के चेहरे पर खुशी दिखती है तब रक्तदाता को बेहद संतुष्टि व मानसिक शांति प्राप्त होती है। स्वास्थ्य के साथ साथ ही यह एक ऐसा पुण्य है जो आपके जीवन के अच्छे कर्म में जुड़ जाता है। रक्तदान की प्रक्रिया भारत का नाम काफी पीछे है, इसलिए हम सभी को मिलकर रक्तदान के प्रति लोगों को और स्वयं को अब जागरूक कर लेना चाहिए।

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