पुस्तकालय पर निबंध

पुस्तकालय हमारे विद्यार्थी जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इनके माध्यम से हमें देश विदेश महान लेखकों की लिखी हुई किताबें पढ़ने का अवसर मिलता है। इसलिए अक्सर विद्यार्थियों से परीक्षाओं और विद्यालय में पुस्तकालय पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है। अतः आज मैं अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको पुस्तकालय विषय पर निबंध बताने वाले हैं। जो आपकी निबंध लेखन में काफी सहायक साबित होगा।

तो आइए जानते हैं, पुस्तकालय विषय पर निबंध….

प्रस्तावना

पुस्तकालयों की भूमिका मानव जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण रही है इसी कारण आज हमारी शिक्षा पद्धति काफ़ी मजबूत हो पाई है। हमारे देश में प्राचीन युग से ही पुस्तकालय प्रचलन में रहा है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण नालंदा विश्वविद्यालय का पुस्तकालय जो कि विदेशी आक्रमणकारियों ने नष्ट कर दिया था लेकिन अब उसे पुन: स्थापित कर दिया गया है। पुस्तकालयों में विभिन्न ज्ञानवर्धक पुस्तकें मिलती है जिन्हें कोई भी पुस्तक प्रेमी जाकर पड़ सकता है और अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकता है।

पुस्तकालय क्या है?

पुस्तकालय शब्द दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है जिसे हम पुस्तक + आलय कहते है। आसान शब्दों में पुस्तकों का घर भी कह सकते है क्योंकि यहां पर ज्ञान विज्ञान ग्रंथ साहित्य राजनीतिक विज्ञान एवं अलग-अलग भाषाओं का भंडार मिलता है।
पुस्तकालय कई प्रकार के होते है जैसे व्यक्तिगत पुस्तकालय, विद्यालय का पुस्तकालय, सार्वजनिक पुस्तकालय, चलते फिरते पुस्तकालय और आजकल तो डिजिटल पुस्तकालय भी उपलब्ध है।

पुस्तकालय की विशेषताएं

  1. पुस्तकालय किताबों को पढ़ने का एक ऐसा माध्यम है जो विद्यार्थियों को चिंतनशील और अंतर्मुखी बनाते हैं।
  2. पुस्तकालय के अंदर पुस्तक पढ़ने के लिए शांति भरा माहौल प्राप्त होता है जिससे एकाग्रता बनी रहती है।
  3. पुस्तकालय में ऐसी कई पुरानी किताबें होती है जिनके माध्यम से दुनिया में क्या होने वाला है और क्या हो चुका है इस विषय में काफी जानकारी प्राप्त हो जाती है।
  4. आजकल डिजिटल पुस्तकालय के चलते भी लोगों को सुविधा प्राप्त हुई है।
  5. पुस्तकालय विद्यार्थी को जिज्ञासु बनाता है और साथ ही ज्ञान वृद्धि करता है।
  6. पुस्तकालयों के कारण गरीब विद्यार्थियों को अच्छी किताबें पढ़ने को मिलती हैं।
  7. इसके तहत समाज में सामाजिक और आर्थिक विकास भी हुआ है।

पुस्तकालय के नियम

पुस्तकालय में पढ़ने के लिए कुछ नियमों का पालन करना बहुत अधिक जरूरी होता है।

  1. पुस्तकालय में शोर शराबा मचाने पर आपको कुछ करने में से निलंबित भी किया जा सकता है।
  2. यहां से ली गई किताबों को नियमित अवधि में वापस लौटाना आवश्यक होता है।
  3. पुस्तकालय में किसी भी प्रकार का कचरा फैलाने या फिर थूकना नहीं होता है।
  4. पुस्तकालय में पुस्तक पढ़ते समय शांति व्यवस्था बनाए रखना जरूरी होता है।
  5. पुस्तकालय की किताबों और पत्र-पत्रिकाओं को फाड़ना एवं पर लिखना सख्त मना होता है।

उपसंहार

प्रत्येक राष्ट्र के व्यक्ति के ज्ञान के विकास के पुस्तकालय का होना अत्यंत आवश्यक है। विद्यालयों में प्राथमिक रूप से पुस्तकालय होना चाहिए। क्योंकि पुस्तकालय को शिक्षा की रीढ़ की हड्डी माना जाता है। यहां आकर प्रत्येक व्यक्ति अपनी ज्ञान की जिज्ञासा को शांत कर सकता है इसलिए पुस्तकालय क सामाजिक और राष्ट्रीय महत्व जानते हुए हमें इसे बढ़ावा देना चाहिए।

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