नशे की लत पर निबंध

किसी भी व्यक्ति के जीवन को खराब करने वाली नशे की लत विषय पर आज हम अपने आर्टिकल के जरिए निबंध लेकर आएं हैं। इस निबंध के माध्यम से आपको यह जानकारी अवश्य प्राप्त होगी कि नशे की लत कितनी हानिकारक है।

तो आइए जानते हैं, नशे की लत विषय पर निबंध…..

प्रस्तावना

नशा आज के समय में एक आम समस्या है। दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोग इस समस्या से पीड़ित हैं। दरअसल, ड्रग्स की दवाएं तुरंत आनंद और तनाव से राहत प्रदान करती हैं। बहुत से लोग अपनी दर्दनाक वास्तविकता से बचने के लिए ड्रग्स लेना शुरू कर देते हैं। दूसरे लोग सिर्फ यह अनुभव करने के लिए ड्रग्स लेते हैं कि यह कैसा लगता है। कारण जो भी हो, इससे पहले कि कोई व्यक्ति जानता है, वह नशे का आदी हो जाता है और इस लत से छुटकारा पाना कठिन हो जाता है।

नशीली दवाओं की लत: शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

नशे की लत व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य पर भारी प्रभाव डालती है। यह मस्तिष्क, गले, फेफड़े, पेट, अग्न्याशय, यकृत, हृदय और तंत्रिका तंत्र सहित शरीर के विभिन्न हिस्सों को नुकसान पहुंचाता है। यह मतली, हृदय की समस्या, क्षतिग्रस्त जिगर, स्ट्रोक, फेफड़ों की बीमारी, वजन घटाने और यहां तक ​​कि कैंसर जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। नशा करने वालों में भी एड्स होने का खतरा अधिक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे आमतौर पर दवाओं को इंजेक्ट करने के लिए सुई साझा करते हैं। जब आप ड्रग्स के प्रभाव में हों तो ड्राइविंग या सड़क पर चलना भी जोखिम भरा हो सकता है। ऐसे व्यक्ति के दुर्घटना होने की प्रबल संभावना रहती है।

ड्रग्स अथवा नशीली दवाओं के प्रकार

औषधियों को मोटे तौर पर तीन प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है:

  1. अवसाद: अवसाद में भांग, अफीम, बेंजोडायजेपाइन और शराब शामिल हैं। वे मस्तिष्क से आने-जाने वाले संदेशों की गति को धीमा करने के लिए जाने जाते हैं और इस तरह किसी स्थिति को संभालने की क्षमता कम कर देते हैं।
  2. उत्तेजक पदार्थ: दूसरी ओर, उत्तेजक पदार्थ मस्तिष्क में जाने वाले संदेशों को गति प्रदान करते हैं। लेकिन ऐसी दवाओं का लगातार उपयोग पैनिक अटैक, चिंता और हृदय गति को कम करने का कारण बनता है। उत्तेजक पदार्थों में निकोटीन, कैफीन, कोकीन और एम्फ़ैटेमिन शामिल हैं।
  3. हेलुसीनोजेन्स: हेलुसीनोजेन्स में एलएसएफ, पीसीपी, कैनाबिस, मेस्कलाइन और साइलोसाइबिन शामिल हैं। ये दवाएं मतिभ्रम का कारण बनती हैं और व्यक्ति की वास्तविकता की भावना को विकृत करती हैं। इन दवाओं का लगातार सेवन उच्च रक्तचाप, मतली, व्यामोह और सुन्नता पैदा कर सकता है।

नशीली दवाओं की लत के लक्षण

लक्षण एक व्यक्ति जो ड्रग्स का आदी हो जाता है, उसमे निम्नलिखित लक्षण दिखने की संभावना होती है:

  1. भूख में बदलाव
  2. अप्रत्याशित वजन बढ़ना या वजन कम होना
  3. नींद के पैटर्न में बदलाव
  4. अस्पष्ट भाषण
  5. अचानक क्रोध का आना
  6. खून सी लाल आंखें
  7. काम में रुचि ना लेना
  8. काम में कम प्रदर्शन
  9. सुस्त पड़ना
  10. दूर और उदासीन होना
  11. चिंतित व्यवहार आदि।

उपसंहार

ड्रग्स किसी व्यक्ति की सोचने और कार्य करने की क्षमता पर हावी हो सकते हैं। वे कई स्वास्थ्य खतरों, व्यवहार संबंधी समस्याओं और रिश्ते के मुद्दों को जन्म दे सकते हैं। इसलिए इन नशीली दवाओं से दूर रहना ही सबसे सुरक्षित उपाय है। जो लोग नशीली दवाओं के आदी हो जाते हैं उनके पास इस लत को छोड़ने का बहुत कम मौका होता है। वे अपने जीवन को बर्बाद कर देते हैं और अपने प्रियजनों को बहुत पीड़ा भी देते हैं।

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