जब हम वर्षा-ऋतु में पिकनिक पर गए
जब हम वर्षा-ऋतु में पिकनिक पर गए पर निबंध दशहरे की छुट्टियों के अंतिम दिनों की बात है, पिता जी के मित्र रमन अंकल सपरिवार हमारे घर (संध्या चाय पर) आए थे। मेरी ही आयु का उनका एक पुत्र और उससे छोटी एक पुत्री, उन दोनों को मैं ऊपर अपने कमरे में ले गया जहाँ … Read more